Shubhanshu Shukla ISS Menu: इतिहास रचेंगे शुभांशु शुक्ला: पहली बार कोई भारतीय जाएगा ISS पर
इतिहास में पहली बार कोई भारतीय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी ISS पर जाने वाला है। इस यात्रा को स्पेशल बनाने के लिए ISRO ने ISS के स्टैंडर्ड फूड मेन्यू से हटकर घर का देसी स्वाद भी जोड़ा है। अंतरिक्ष में कैसा होगा शुभांशु का मेन्यू, वो खास खाने के अलावा अपने साथ और क्या ले जा रहे हैं, क्या है इस मिशन की खासियत जानने खबर में…………

शुभांशु शुक्ला तीन लोगों के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे। शुभांशु 15वां मानव अंतरिक्ष मिशन पर जा रहे हैं। शुभांशु से पहले 1984 में भारत के राकेश शर्मा स्पेस की यात्रा पर गए थे।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) भारतीय समयानुसार मंगलवार की शाम 5.52 बजे फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से एक्सिओम मिशन-4 (Axiom Mission 4) के तहत अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेंगे। करीब 28 घंटे बाद 11 जून को वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंचेंगे।
क्या कुछ ले जाएंगे अपने साथ?
शुक्ला अंतरिक्ष में कुछ भारतीय व्यंजन भी ले जा रहे हैं जैसे आम रस, मूंग दाल हलवा और चावल के कई विकल्प। इन खास व्यंजनों को DRDO की लैब ने अंतरिक्ष के अनुकूल बनाकर तैयार किया है। शुरुआत में उन्हें मसालेदार भारतीय खाना ले जाने की अनुमति नहीं थी। लेकिन बाद में कुछ खास चीजों की इजाजत मिल गई।
मिशन की जानकारी……………..
यह मिशन 29 मई रात 10:33 बजे (भारतीय समयानुसार) अमेरिका के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा। मिशन की अवधि 14 दिन है। इस मिशन के कमांडर पैगी व्हिटसन हैं। भारतीय यात्री शुभांशु शुक्ला मिशन के पायलट हैं। अन्य विशेषज्ञों में सावोज उज़्नान्स्की-विस्निएव्स्की (पोलैंड) और टिबोर कापू (हंगरी) हैं। शुभांशु शुक्ला की यह यात्रा न सिर्फ भारत के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अब अंतरिक्ष में भी ‘स्वदेशी स्वाद’ साथ रहेगा।
कौन हैं शुभांशु शुक्ला
शुभांशु शुक्ला यूपी के लखनऊ में जन्में हैं। सिटी मांटेसरी स्कूल की अलीगंज शाखा से पढ़े हैं। 2003 में एनडीए के जरिए भारतीय वायु सेना में शामिल हुए। एनडीए में शामिल होने की उनकी कहानी भी बहुत रोचक है। इस परीक्षा को देने के लिए अपनी बड़ी बहन की शादी के बाद होने वाली विदाई से बिना बताए चले गए थे। उन्हें 2006 में कमीशन मिला। भारतीय वायु सेना के सभी लड़ाकू विमान उड़ाने का अनुभव है। उन्हें 2 हजार घंटे की उड़ान का अनुभव है। वह फाइटर कॉम्बैट लीडर और टेस्ट पायलट हैं. उन्हें एसयू-30, एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 सहित कई अन्य विमान उड़ाने का अनुभव है।