jammu kashmir voting update: साल 2019 में अनुच्छेद-370 हटने के बाद पहली बार हो रहे चुनाव में बिजली- पानी के जरूरी मुद्दों के अलावा, कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास का मुद्दा भी अहम है. जम्मू-कश्मीर की सियासत के लिए 18 सितंबर का दिन महत्वपूर्ण है. यहां 10 साल बाद पहली बार विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए. पहले चरण में 59.43 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई. इंद्रवाल में सबसे अधिक, तो त्राल में सबसे कम मतदान हुआ. अभी दो और चरण में चुनाव होने बाकी हैं. 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान के बाद 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी
किन जगहों पर कितनी वोटिंग हुई….
श्रीनगर/जम्मू , जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 24 सीटों पर मतदान समाप्त हो गया और पहले चरण में औसतन 59.43 प्रतिशत मतदान हुआ।
चुनाव आयोग के अनुसार केन्द्रशासित प्रदेश के सभी 3,276 मतदान केंद्रों पर मतदान समाप्त होने तक इंद्रवाल निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक 80.06 प्रतिशत और त्राल में सबसे कम 43.21 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा अनंतनाग सीट में औसतन 41.58 प्रतिशत, अनंतनाग पश्चिम में 45.93, बनिहाल में 71.28, भद्रवाह में 65.27, डी. एच. पोरा में 68.00, देवसर में 57.33, डोडा में 70.21, डोडा पश्चिम में 74.14, दुरू में 57.90, किश्तवाड़ में 79.39, कोकरनाग(सुरक्षित) में 58.00, कुलगाम में 62.46, पद्दर-नागसेनी में 76.80, पहलगाम में 67.86, पम्पोर में 44.78, पुलवामा में 46.65, राजपोरा में 48.07, रामबन में 69.56, शांगसु-अनंतनाग में 52.94, शोपियां में 54.72, श्रीगुफवाड़ा-बिजबेहरा में 56.02 और जैनापोरा में 52.64 प्रतिशत मतदान हुआ।
पिछले चुनाव और अब में कितना अंतर ?
अनंतनाग जिले की सात सीटों में पहलगाम में सबसे ज्यादा 71.26 फीसदी वोट पड़े। इसके बाद कोकेरनाग में 62 फीसदी, डोरू में 61,61 फीसदी, श्रीनगर-बिजबेहरा में 60.33 फीसदी, शांगस अनंतनाग में 56.72 फीसदी, अनंतनाग पश्चिम में 48.73 फीसदी और अनंतनाग में 45.62 फीसदी वोटिंग हुई। वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में जिलेवार वोट प्रतिशत इस प्रकार थाः पुलवामा 44 फीसदी, शोपियां 48 फीसदी, कुलगाम 59 फीसदी, अनंतनाग 60 फीसदी, रामबन 70 फीसदी, डोडा 73 फीसदी और किश्तवाड़ 76 फीस
पिछली बार की अपेक्षा इस बार कम वोट क्यों डाले गए?
पिछली बार की अपेक्षा इस बार पहले चरण में कम वोट क्यों डाले गए? इंडिया टुडे से जुड़े जम्मू-कश्मीर के संवाददाता बताते हैं कि 2014 के विधानसभा चुनाव में दक्षिण कश्मीर की सीटें शामिल नहीं थी. ज्यादातर सीटें जम्मू की ही थीं. जबकि इस बार घाटी की 16 सीटों पर वोट डाले गए हैं. उस हिसाब से देखा जाए तो पहले चरण का मतदान प्रतिशत कम नहीं है.
चर्चा में कौन उम्मीदवार…….
राज्य के सात जिलों में हो रहे चुनाव में 219 कैंडिडेट मैदान में हैं. इनमें सबसे चर्चित अनंतनाग जिले में पड़ने वाली बिजबेहरा सीट है. यहां से महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती अपना पहला चुनाव लड़ रही हैं. यह सीट मुफ्ती परिवार का गढ़ मानी जाती रही है. इल्तिजा के सामने नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बशीर अहमद वीरी को अपना उम्मीदवार बनाया है.
इसके अलावा, दक्षिण कश्मीर की कुलगाम सीट से CPI(M) के मोहम्मद यूसुफ तारिगामी लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं. यह क्षेत्र एक समय आतंकवाद के केंद्र में था. इस बार यहां से 10 उम्मीदवार मैदान में हैं.