जयपुर. लंबे समय से मानसून की भारी बारिश से जूझ रहे राजस्थान को फिलहाल इससे राहत मिल गई है. लेकिन इससे पहले शनिवार को पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर जिले के रामदेवरा और नाचना इलाके में हुई मूसलाधार बारिश ने कोहराम मचा दिया. इससे वहां बाढ़ जैसे हालात हो गए. वहां दो दिन तक रुक-रुककर लगातार हुई बारिश ने स्थानीय वाशिंदों को खौफ में ला दिया. मौसम विभाग ने आज पूरे प्रदेश में कहीं भी बारिश नहीं होने की संभावता जताई है.
मौसम विभाग के अनुसार आज से पूरे प्रदेश में बारिश की गतिविधियां कमजोर पड़ जाएंगी. इसके कारण धूप खिलने के आसार हैं. आगामी चार-पांच दिनों में कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश हो सकती है. 22 और 23 अगस्त को उदयपुर तथा कोटा संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. उसके बाद 24 और 25 अगस्त को भी इन दोनों संभागों में बारिश की गतिविधियां और बढ़ेंगी.
राजस्थान का तापमापी पारा 36 डिग्री से नीचे बना हुआ है
बारिश का दौर थमने के बावजूद अभी भी प्रदेश का तापमापी पारा 36 डिग्री से नीचे बना हुआ है. शनिवार को सर्वाधिक 35.3 डिग्री सेल्सियस तापमान धौलपुर में दर्ज किया गया. भारी बारिश के कारण जैसलमेर में तो पारा 28.4 डिग्री पर आ टिका. बीते दिनों प्रदेश के विभिन्न इलाकों में हुई भारी बारिश के कारण कई इलाकों में अभी भी जलभराव हो रखा है. हालांकि वह अब धीरे-धीरे कम हो रहा है लेकिन इससे लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जैसलमेर के रेतीले धोरों में बही नदियां
जैसलमेर जिले के रामदेवरा और नाचना इलाके में बीते दो दिनों में हुई बारिश के कारण वहां धोरों में नदियां बहने लगी. भारी बारिश से पानी की आवक देखकर लोग डर गए और प्रशासन की सांसें फूल गईं. रामदेवरा की भील बस्ती और नई बस्ती समेत निचले इलाकों में घरों के आसपास 2 से 3 फीट तक बरसाती पानी का जमाव हो गया. वहीं संस्कृत विद्यालय पूरी तरह से पानी से घिर गया. बाद में एसडीएम और तहसीलदार समेत अन्य अधिकारी जेसीबी लेकर वहां पहुंचे और जैसे-तैसे करके वहां लोगों को राहत दिलाई. इन दोनों इलाकों के खेत खलिहान भी पानी में डूब गए.
FIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 08:16 IST