On ACB Foundation Day: भ्रष्टाचार योजनाओं की राह का रोड़ा: इसे जड़ से मिटाना होगा: सीएम शर्मा
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा है कि जो भ्रष्टाचारी है, उसका बेटा बुढ़ापे में उसे पानी नहीं पिलाएगा। मैंने कई लोगों को देखा है। जो भ्रष्टाचारी है, उनकी अंत में क्या दुर्दशा होती है?

ऐसा नहीं है कि वह आपकी (एसीबी) नजरों से बच जाए, लेकिन कोई और भी है, जो देख रहा है। उसकी (भगवान) नजरों से नहीं बच सकता। किसी भी कीमत पर नहीं बच सकता। जब यह बात कहता हूं तो कई लोगों के गले नहीं उतरती है।
इसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार की डोर जुड़ती है तो तीन पीढ़ियों तक इसका असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हैं. उन्हें बुढ़ापे में बेटा भी पानी नहीं पिलाता है। यह भ्रष्टाचार मुक्त राजस्थान के संकल्प को मजबूत करने का दिन है। भ्रष्टाचार देश की तरक्की में बाधक है. यह योजनाओं को जमीनी स्तर तक नहीं पहुंचने देता है। इसका सबसे बुरा असर अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति पर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि पहले भ्रष्टाचार का आकार सीमित था। अब भ्रष्टाचार का आकार बढ़ा है. इसकी चिंता हर व्यक्ति को सता रही है। इस बुराई को मिटाने के लिए सबको लड़ाई लड़नी होगी। सीएम ने कहा, भ्रष्टाचार दो तरह से आता है। जो घर में गलत करता है। वो बाहर भी गलत करेगा और जो बाहर बुरा करता है। वह घर में भी बुरा करेगा। इस बुराई को मिटाने के लिए सबको लड़ाई लड़नी होगी। एसीबी के अधिकारियों से उन्होंने अपील की कि काम करने से पहले गरीब, युवा और महिलाओं की तरफ देखना होगा। उनकी पीड़ा समझनी होगी। भ्रष्टाचार उनका हक खा रहा है। जनकल्याणकारी योजनाओं का अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए भ्रष्टाचार मुक्त शासन आवश्यक है।
कोई भी जगह इससे अछूता नहीं रहती मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा- भ्रष्टाचार की आदत ऐसी है, जो बाहर से शुरू होकर घर तक आ जाती है। कोई भी जगह इससे अछूता नहीं रहती। घरवालों को उसका दर्द होता है। पहले ही रोक दिया जाता तो हमारे घर की स्थिति ऐसी नहीं होती।
रिश्वत देने वालों पर भी हो सख्त कार्रवाई: उन्होंने कहा, रिश्वत लेना और देना दोनों अपराध है। आमतौर पर रिश्वत लेने वाले पर तो एक्शन होता है, लेकिन देने वाले के प्रति दया दिखा देते हैं। रिश्वत लेने वाले के साथ ही देने वाले को भी पकड़ना चाहिए।उस पर दया का भाव ठीक नहीं। जितना लेने वाला दोषी उतना ही देने वाला भी है। जब कार्रवाई होगी तो कोई भी रिश्वत लेने और देने से पहले सोचेगा।
विभागीय कार्रवाई भी की जा रही सीएम ने कहा- एसीबी के मामलों कार्रवाई के साथ-साथ विभागीय कार्रवाई भी प्रभावी रूप से की जा रही है। एसीबी ने अपने ही एएसपी को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर यह साबित कर दिया कि ब्यूरो के अंदर भी पूर्ण रूप से जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है।
राजस्थान एसीबी देश में दूसरे पायदान पर: एसीबी की कार्यवाहक डीजी स्मिता श्रीवास्तव ने कहा, एसीबी की स्थापना के 68 साल पूरे होने पर इस कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। शासन की लोककल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता जरूरी है। लोकसेवकों का भ्रष्टाचार शासन के प्रति आमजन में भरोसा कम करता है। भ्रष्टाचार संबंधी इंडेक्स में भारत निचले पायदान पर है। यह चिंता का विषय है। सीएम भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं। एसीबी ने लंबित मामलों में प्रभावी कार्रवाई की है। आतंरिक विजिलेंस को भी सजग किया है। महाराष्ट्र के बाद राजस्थान में एसीबी ने सबसे ज्यादा कार्रवाई की है। कई राज्यों की एसीबी की टीमों ने यहां की कार्यप्रणाली भी समझी है। हेल्पलाइन नंबर के प्रचार-प्रसार से एसीबी को कई अहम जानकारियां भी मिली और एक्शन भी हुआ है। कार्यक्रम में पहुंचने पर एसीबी की एडीजी स्मिता श्रीवास्तव ने सीएम भजनलाल शर्मा का स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव सुधांश पंत, डीजीपी राजीव शर्मा, एसीएस (गृह) भास्कर ए सावंत भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।