दिल्ली दौरे पर सीएम नीतीश: PM मोदी-अमित शाह से मुलाकात, बिहार विकास और केंद्रीय सहायता पर चर्चा होगी
बिहार के सीएम नीतीश कुमार दिल्ली में PM मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे। बिहार के विकास एजेंडा, केंद्रीय सहायता और परियोजनाओं पर चर्चा होगी। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी साथ हैं। यह एनडीए सरकार बनने के बाद उनका पहला दौरा है।
दिल्ली में सीएम नीतीश कुमार की महत्वपूर्ण पहल, पीएम मोदी और अमित शाह के साथ विकास एजेंडा पर होगी उच्चस्तरीय बैठक
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को दिल्ली पहुंचे, जहां उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ महत्वपूर्ण बैठकें होनी हैं। एनडीए गठबंधन में वापसी के बाद यह उनका पहला दिल्ली दौरा है और इसे राजनीतिक तथा प्रशासनिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दौरान उनके साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद रहेंगे।
एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने की अगवानी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने उनकी अगवानी की। इसके बाद सीएम अपने दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे, जहां जदयू के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उनसे मिलने पहुंचे और आगामी बैठकों के एजेंडे पर अनौपचारिक चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक: बिहार के विकास का रोडमैप होगा केंद्र में
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली इस उच्चस्तरीय बैठक का मुख्य एजेंडा केंद्र-राज्य संबंधों को और मजबूत करना तथा बिहार के त्वरित विकास के लिए एक समन्वित रणनीति तैयार करना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार सरकार के आगामी रोडमैप और विकास कार्यों की गति को तेज करने से जुड़े मुद्दे प्रधानमंत्री के समक्ष रखेंगे।
इस बैठक में बिहार के लिए केंद्र की विभिन्न योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी विस्तृत चर्चा होने की संभावना है। सीएम नीतीश कुमार राज्य के लिए बकाया राशि और विशेष सहायता पैकेज की मांग को प्रमुखता से उठा सकते हैं। साथ ही, राज्य में आधारभूत संरचना से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं, विशेष रूप से सड़क, पुल, सिंचाई और ऊर्जा परियोजनाओं में केंद्र सरकार के सहयोग और त्वरित फंड रिलीज पर भी बातचीत होगी।
स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दे भी रहेंगे शामिल
बैठक में केवल बुनियादी ढांचे तक ही सीमित नहीं रहने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार सृजन जैसे सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों पर भी केंद्र का विशेष ध्यान दिलाएंगे। बिहार में उच्च शिक्षा और तकनीकी संस्थानों का विस्तार, स्वास्थ्य सुविधाओं का उन्नयन और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ने की योजनाओं पर केंद्र के सहयोग की अपेक्षा की जा रही है।
गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक: कानून-व्यवस्था और समन्वय पर चर्चा
प्रधानमंत्री के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी अहम बैठक होगी। इस बैठक में राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों और केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ समन्वय जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। साथ ही, प्रशासनिक सुधार और पुलिस आधुनिकीकरण जैसे विषय भी एजेंडे में शामिल हो सकते हैं।
दौरे के दौरान कराएंगे नियमित स्वास्थ्य परीक्षण

अपने व्यस्त राजनीतिक कार्यक्रम के साथ-साथ, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली प्रवास के दौरान अपना नियमित स्वास्थ्य परीक्षण (रूटीन हेल्थ चेकअप) भी कराएंगे। उनके स्वास्थ्य को लेकर हमेशा से सतर्कता बरती जाती है और यह जांच उनकी दिल्ली यात्रा का एक नियमित हिस्सा है।
मांझी के बयान ने बढ़ाई राजनीतिक उथल-पुथल
जहां एक ओर सीएम नीतीश कुमार दिल्ली में विकास के एजेंडे पर केंद्र की मदद मांग रहे हैं, वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता जीतनराम मांझी के एक बयान ने एनडीए गठबंधन में खलबली मचा दी है। मांझी ने स्पष्ट कहा है कि यदि उन्हें राज्यसभा का टिकट नहीं मिलता, तो वे केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। यह बयान गठबंधन साथी के बीच मची उथल-पुथल और आंतरिक मतभेदों को इंगित करता है, जिस पर नीतीश कुमार की दिल्ली यात्रा के दौरान अनौपचारिक चर्चा होने की भी संभावना है।
निष्कर्ष: विकास और राजनीति का अद्भुत मेल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह दिल्ली यात्रा विकास के प्रशासनिक एजेंडे और जटिल गठबंधन राजनीति, दोनों का एक अद्भुत मेल प्रस्तुत करती है। एक तरफ वे बिहार के हित में केंद्र से संसाधन और सहयोग हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ गठबंधन की आंतरिक चुनौतियां भी मंडरा रही हैं। यह दौरा यह भी दर्शाता है कि एनडीए के अंतर्गत नीतीश कुमार की भूमिका और बिहार की प्राथमिकताएं केंद्र सरकार के एजेंडे में कितनी महत्वपूर्ण हैं। सभी औपचारिक बैठकों और स्वास्थ्य जांच के बाद मुख्यमंत्री के सोमवार शाम तक पटना लौटने की संभावना है।

