नेशनल हेराल्ड केस में सत्य की जीत, भाजपा सरकार का षड्यंत्र बेनकाब – कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन
नेशनल हेराल्ड केस में ईडी की एफआईआर रद्द होने के बाद बस्तर कांग्रेस ने भाजपा कार्यालय घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने इसे सत्य की जीत बताते हुए भाजपा सरकार पर राजनीतिक द्वेष और संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
नेशनल हेराल्ड केस में भाजपा सरकार का षड्यंत्र बेनकाब – कांग्रेस
अदालत के फैसले को बताया सत्य की जीत, भाजपा कार्यालय का किया घेराव
जगदलपुर : नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज एफआईआर को अदालत द्वारा रद्द किए जाने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर एवं ग्रामीण के संयुक्त नेतृत्व में भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विशाल रैली निकालते हुए भारतीय जनता पार्टी कार्यालय, जगदलपुर का घेराव किया और केंद्र सरकार पर राजनीतिक द्वेषपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया।
राजीव भवन से निकली विशाल रैली, भाजपा कार्यालय पर घेराव
कांग्रेस के पदाधिकारी, सेवादल, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस सहित सभी मोर्चा-प्रकोष्ठों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में राजीव भवन से एकत्र हुए और रैली के रूप में भाजपा कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शन के दौरान भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार विपक्षी नेताओं को डराने और दबाने के लिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है।
अदालत का फैसला: सत्य की जीत का प्रमाण – कांग्रेस
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी द्वारा दर्ज एफआईआर को अदालत द्वारा रद्द किया जाना इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि पूरा मामला राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित था। अदालत द्वारा ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान न लेना भाजपा सरकार के कुचक्र पर करारा प्रहार है और यह “सत्य की जीत” को दर्शाता है।
सुशील मौर्य का बड़ा बयान: भाजपा का घिनौना षड्यंत्र उजागर
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने ईडी जैसी संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर विपक्ष के नेताओं को परेशान करने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को केवल राजनीतिक प्रतिशोध के आधार पर लंबी पूछताछ के जरिए मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
सुशील मौर्य ने कहा कि गांधी परिवार को बदनाम करने की साजिश के तहत नेशनल हेराल्ड जैसा मामला गढ़ा गया, लेकिन अदालत के फैसले ने भाजपा सरकार की मंशा को पूरी तरह उजागर कर दिया है।
ईडी-सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब भी कोई विपक्षी भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाता है, तो उसे चुप कराने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया जाता है। नेशनल हेराल्ड मामले में भी यही रणनीति अपनाई गई, लेकिन न्यायपालिका ने निष्पक्षता दिखाते हुए एफआईआर को रद्द कर लोकतंत्र और संविधान की मजबूती का संदेश दिया।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री पर सीधा हमला
प्रदर्शन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा सरकार पर राजनीतिक द्वेषपूर्ण एवं घिनौना षड्यंत्र रचने के आरोप लगाए गए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं का इस तरह दुरुपयोग लोकतंत्र के लिए खतरनाक है और इसके खिलाफ कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा।
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की रही बड़ी मौजूदगी
इस प्रदर्शन में पूर्व विधायक रेखचंद जैन, राजमन बेंजाम, चंदन कश्यप, पूर्व महापौर जतिन जायसवाल, पूर्व सभापति कविता साहू, वरिष्ठ कांग्रेसी रामशंकर राव, उमाशंकर शुक्ला, हनुमान द्विवेदी, विक्रम सिंह डांगी, गौरनाथ नाग, अनवर खान, हेमू उपाध्याय, रविशंकर तिवारी, कुलदीप भदौरिया, विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष राजेश चौधरी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष लता निषाद, युवा कांग्रेस अध्यक्ष निकेत राज झा, एनएसयूआई, सेवादल अध्यक्ष कौशल नागवंशी, किसान कांग्रेस, व्यापारी प्रकोष्ठ सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भविष्य में भी संघर्ष जारी रहने का ऐलान
कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार द्वारा संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग और लोकतंत्र को कमजोर करने के प्रयासों के खिलाफ कांग्रेस सड़क से सदन तक संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने कहा कि अदालत का यह फैसला न केवल कांग्रेस, बल्कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले हर नागरिक की जीत है।


