पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने उपभोक्ताओं के लिए बिजली बिल राहत योजना की शुरू
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की बिजली बिल राहत योजना से मुरादाबाद जोन के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। योजना के तहत ब्याज और सरचार्ज माफी के साथ अब तक 37 करोड़ रुपये जमा हुए हैं और हजारों उपभोक्ताओं को आर्थिक लाभ मिला है।
पश्चिमांचल विद्युत वितरण :बिजली बिल राहत योजना से उपभोक्ताओं को बड़ी राहत
मुरादाबाद जोन में योजना को मिल रहा जबरदस्त रिस्पॉन्स
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) द्वारा शुरू की गई बिजली बिल राहत योजना मुरादाबाद जोन के उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत साबित हो रही है। योजना के लागू होने के बाद से ही उपभोक्ताओं में इसे लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। योजना का लाभ उठाते हुए अब तक हजारों उपभोक्ताओं ने अपने बकाया बिजली बिलों का भुगतान किया है, जिससे विभाग को भी बड़ी राजस्व वसूली हुई है।
अब तक उपभोक्ताओं द्वारा 37 करोड़ रुपये की धनराशि विभाग के खाते में जमा कराई जा चुकी है, जो इस योजना की सफलता को दर्शाती है।
उपभोक्ताओं और विभाग दोनों के लिए लाभकारी योजना
इस संबंध में जानकारी देते हुए पावर कारपोरेशन के मुख्य अभियंता इं. अशोक कुमार चौरसिया ने बताया कि बिजली बिल राहत योजना उपभोक्ताओं के लिए बेहद लाभकारी साबित हो रही है। एक ओर जहां उपभोक्ताओं को आर्थिक राहत मिल रही है, वहीं दूसरी ओर विभाग के लिए भी यह योजना राजस्व वसूली के लिहाज से काफी कारगर साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से बकाया बिजली बिलों के कारण उपभोक्ता परेशान थे, लेकिन इस योजना ने उन्हें राहत प्रदान की है और बकाया चुकाने का एक आसान रास्ता दिया है।
इन उपभोक्ताओं को मिल रहा है सबसे अधिक लाभ
बिजली बिल राहत योजना के अंतर्गत विशेष रूप से छोटे उपभोक्ताओं को ध्यान में रखा गया है। योजना के तहत:
-
एक किलोवाट के कमर्शियल उपभोक्ता
-
एक से दो किलोवाट के घरेलू उपभोक्ता
को बड़ा लाभ दिया जा रहा है। इन उपभोक्ताओं को:
-
ब्याज और सरचार्ज पर पूरी छूट
-
मूल बकाया राशि पर 25 प्रतिशत की छूट
प्रदान की जा रही है। इससे उपभोक्ताओं का कुल बकाया काफी हद तक कम हो गया है और वे आसानी से भुगतान कर पा रहे हैं।
चार लाख से अधिक उपभोक्ता योजना के पात्र
मुरादाबाद मंडल में कुल 4 लाख 50 हजार उपभोक्ता इस बिजली बिल राहत योजना के पात्र हैं। इनमें घरेलू और कमर्शियल दोनों श्रेणियों के उपभोक्ता शामिल हैं। योजना के प्रति बढ़ते विश्वास के कारण बड़ी संख्या में उपभोक्ता पंजीकरण करा रहे हैं।
अब तक:
-
42,685 उपभोक्ताओं ने योजना के तहत पंजीकरण कराया है
-
इन उपभोक्ताओं द्वारा 37 करोड़ रुपये विभाग में जमा कराए गए हैं
-
उपभोक्ताओं को लगभग 25 करोड़ रुपये की छूट प्रदान की जा चुकी है
यह आंकड़े साफ तौर पर बताते हैं कि योजना से उपभोक्ताओं को कितनी बड़ी आर्थिक राहत मिली है।
मुरादाबाद जोन के इन जिलों में लागू है योजना
बिजली बिल राहत योजना मुरादाबाद जोन के अंतर्गत आने वाले निम्न जनपदों में लागू की गई है:
-
मुरादाबाद
-
रामपुर
-
संभल
-
अमरोहा
इन सभी जिलों में उपभोक्ता योजना का लाभ उठाकर अपने पुराने बकाया बिजली बिलों का निस्तारण कर रहे हैं।
किस्तों में भुगतान की भी सुविधा
उपभोक्ताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए योजना के अंतर्गत किस्तों में भुगतान की व्यवस्था भी की गई है। जो उपभोक्ता एकमुश्त भुगतान करने में असमर्थ हैं, वे किस्तों में बकाया राशि जमा कर सकते हैं।
इस सुविधा से मध्यम और निम्न आय वर्ग के उपभोक्ताओं को विशेष राहत मिल रही है और वे बिना किसी अतिरिक्त दबाव के अपने बिजली बिल का भुगतान कर पा रहे हैं।
राजस्व वसूली में भी सुधार
इस योजना के चलते न केवल उपभोक्ताओं को राहत मिली है, बल्कि बिजली विभाग की राजस्व वसूली में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। लंबे समय से लंबित बकाया बिलों की वसूली संभव हो सकी है, जिससे विभाग की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है।
अधिकारियों का मानना है कि यदि इसी तरह उपभोक्ताओं का सहयोग मिलता रहा, तो आने वाले समय में बकाया बिजली बिलों की समस्या काफी हद तक खत्म हो सकती है।
योजना से उपभोक्ताओं में भरोसा बढ़ा
बिजली बिल राहत योजना ने उपभोक्ताओं और बिजली विभाग के बीच विश्वास को भी मजबूत किया है। उपभोक्ताओं का कहना है कि सरकार और बिजली विभाग द्वारा इस तरह की योजनाएं लाने से आम जनता को सीधा लाभ मिलता है।
योजना से जुड़े लाभों के कारण अब और भी उपभोक्ताओं के पंजीकरण कराने की उम्मीद जताई जा रही है।
निष्कर्ष
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की बिजली बिल राहत योजना मुरादाबाद जोन में एक सफल और प्रभावी पहल के रूप में सामने आई है। 37 करोड़ रुपये की वसूली और 25 करोड़ रुपये की छूट इस बात का प्रमाण है कि योजना ने उपभोक्ताओं को वास्तविक राहत दी है। आने वाले दिनों में योजना के दायरे में और अधिक उपभोक्ताओं के जुड़ने की संभावना है, जिससे विभाग और उपभोक्ता दोनों को लाभ होगा।



