Dharmendra Pradhan News: भाजपा ने धर्मेंद्र प्रधान को बिहार का चुनाव प्रभारी बनाया: भूपेंद्र यादव को बंगाल की जिम्मेदारी
भाजपा ने बिहार फतह करने की कमान धर्मेंद्र प्रधान को दी है। जी हां, धर्मेन्द्र प्रधान को बिहार चुनाव का प्रभारी बनाया गया है। वहीं, सीआर पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य को बिहार चुनाव सह प्रभारी बनाया गया है।

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर चुनाव प्रभारी और सह-प्रभारी नियुक्त किए हैं। पार्टी ने इन राज्यों में संगठनात्मक मजबूती और चुनावी रणनीति को धार देने के लिए केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है।
बिहार: धर्मेंद्र प्रधान को मिला प्रभारी का जिम्मा
भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चुनाव प्रभारी बनाया है। उनके साथ उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।
बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2025 के बीच विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। यहां वर्तमान में JDU-भाजपा गठबंधन की सरकार है, जिसके मुखिया नीतीश कुमार हैं।
पश्चिम बंगाल: भूपेंद्र यादव को मिली जिम्मेदारी
भाजपा ने पश्चिम बंगाल के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रभारी और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को सह प्रभारी नियुक्त किया है।
राज्य में विधानसभा चुनाव मार्च-मई 2026 के बीच संभावित हैं। वर्तमान में यहां ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) सत्ता में है।
तमिलनाडु: बैजयंत पांडा होंगे प्रभारी
तमिलनाडु के लिए BJP ने ओडिशा से सांसद बैजयंत पांडा को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है, जबकि महाराष्ट्र से सांसद मुरलीधर मोहोल सह-प्रभारी होंगे. पश्चिम बंगाल की तरह तमिलनाडु में भी साल 2026 में विाधानसभा चुनाव हैं. अगले साल होने वाले चुनाव के लिए भाजपा DMK-AIADMK के बीच गठबंधन की संभावनाओं पर काम कर रही है. पांडा की नियुक्ति दक्षिण भारत में भाजपा की विस्तार योजना का हिस्सा है. हाल ही में BJP की कोर कमिटी मीटिंग में 2026 चुनाव रणनीति पर चर्चा हुई, जिसमें जिला स्तर के प्रभारियों की नियुक्ति और गठबंधन वार्ता शामिल थी
पार्टी संगठन में सक्रियता बढ़ा रही भाजपा
भाजपा ने इन नियुक्तियों के जरिए संबंधित राज्यों में संगठन को मजबूत करने और चुनावी तैयारियों में तेजी लाने का संकेत दिया है। पार्टी इन राज्यों में मौजूदा सत्ताधारी दलों को टक्कर देने की रणनीति पर काम कर रही है।

