Rohini Acharya: रोहिणी आचार्य ने राजनीति से दूरी का इशारा: सोशल मीडिया पोस्ट में जताई भावनाएँ
रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर दो भावुक पोस्ट कर राजनीति से किनारा करने की बात कही। माताओं-बहनों के सम्मान पर जोर देते हुए उन्होंने पार्टी में चल रहे कथित कलह और अफवाहों को खारिज किया।

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल का आतंरिक कलह खुलकर सामने आ गया है। तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य ने इस कलह को अपने एक पोस्ट से हवा दी है। हालांकि दबाव पड़ने पर उन्होंने अपने पोस्ट को डिलीट कर दिया। लेकिन ये मामला अभी थमा नहीं है। रविवार को रोहिणी आचार्य ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से फिर एक पोस्ट किया है।
रोहिणी आचार्या का यह पोस्ट राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि दोनों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। रोहिणी ने इससे पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को प्राइवेट कर दिया था, परिवार और पार्टी के सभी सदस्यों को अनफॉलो किया और आठ घंटे बाद अकाउंट को फिर से पब्लिक कर दिया। अब वह केवल तीन लोगों को फॉलो कर रही हैं, अपने पति शमशेर सिंह, कवि राहत इंदौरी, और द स्ट्रेट्स टाइम्स। जानकार कहते हैं कि रोहिणी अब राजनीति और परिवार के अंदरूनी तनाव से दूरी बनाने की कोशिश कर रही हैं।
रोहिणी ने सोशल मीडिया अकाउंट से हटाई फोटो
इससे पहले शनिवार को रोहिणी आचार्य ने अपने एक्स हैंडल को बदला है। उन्होंने तेजस्वी यादव समेत करीब 67 आरजेडी समेत अन्य नेताओं को अनफॉलो कर दिया है। इसके अलावा प्रोफाइल फोटो को भी बदल दिया है। अब प्रोफाइल फोटो में रोहिणी अकेले दिखाई दे रही हैं जबकि पहले उनके साथ लालू, राबड़ी और तेजस्वी यादव की फोटो लगी थी। ऐसे में माना जा रहा है कि संजय यादव की वजह से राष्ट्रीय जनता कलह चरम पर है।
राजनीति से दूरी और स्पष्ट स्टैंड
बता दें कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव अभी ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर हैं। उनके साथ-साथ संजय यादव भी घूम रहे हैं। रोहिणी आचार्य ने बीते गुरुवार (18 सितंबर, 2025) से ही एक तरह से मोर्चा खोल दिया था। दरअसल आलोक कुमार नाम के एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की थी जिसमें तेजस्वी यादव की यात्रा वाली बस में संजय यादव आगे वाली सीट पर बैठे दिख रहे थे। तस्वीर के साथ पोस्ट में कुछ बातें लिखी गई थीं. इसे रोहिणी ने री-शेयर कर दिया था। हालांकि रोहिणी ने इस पोस्ट पर कुछ लिखा नहीं था।

इन दोनों तस्वीरों को शेयर करते हुए वे लिखती हैं। “वंचितों व समाज के आखिरी पायदान पर खड़े वर्ग-समूह को आगे लाना ही राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू यादव जी के सामाजिक-आर्थिक न्याय के अभियान का मूल मकसद रहा है। इन तस्वीरों में समाज के इन्हीं तबके से आने वालों को आगे बैठे देखना सुखद अनुभूति है।

