Anurag Thakur On Rahul Gandhi: राजनीति में गरमाई हवा: अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर साधा करारा हमला
राहुल गांधी द्वारा कर्नाटक में वोट हटाए जाने के आरोपों पर भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने उन पर करारा हमला किया है। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेता ‘हाइड्रोजन बम’ फोड़ने वाले थे, लेकिन ‘फुलझड़ी’ से ही काम चलाना पड़ा, और वे लगातार निराधार आरोप लगाकर लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने दिल्ली स्थित भाजपा केंद्रीय कार्यालय में प्रेस वार्ता कर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने राहुल गांधी के राफेल, ‘चौकीदार चोर है’, सावरकर, आरएसएस और पेगासस जैसे मुद्दों पर लगाए गए आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि हर बार उन्हें कोर्ट से फटकार मिली और कई बार माफी मांगनी पड़ी।
ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी बार-बार आरोप लगाकर संवैधानिक संस्थाओं और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्न उठाते हैं, लेकिन प्रमाण देने से भागते हैं। उन्होंने कांग्रेस पर घुसपैठियों के वोटों को बचाने और वास्तविक नागरिकों के वोटों को कमजोर करने का आरोप लगाया। भाजपा सांसद ने यह भी कहा कि कांग्रेस की राजनीति का मूल उद्देश्य लोकतंत्र को कमजोर करना और अराजकता फैलाना बन गया है।
अनुराग ठाकुर ने चुनाव आयोग, कोर्ट और संवैधानिक संस्थाओं के उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी लगातार आरोपों की राजनीति कर रहे हैं, जबकि लोकतंत्र और देश के नागरिकों के अधिकारों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा भारत के लोकतंत्र की सुरक्षा और नागरिकों के वोटों की ताकत को बचाने के लिए सतर्क है और सभी कोशिशों का सामना करेगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सत्ता और अफसरों का दुरुपयोग करके चुनाव में लाभ उठाया, लेकिन कोर्ट ने उन्हें सही रास्ता दिखाया। राजीव गांधी की हत्या के बाद लोकसभा चुनाव स्थगित नहीं हुआ। यदि चुनाव एक महीने के लिए स्थगित किया गया होता, तो उस समय के चुनाव आयोग ने किस पार्टी को लाभ पहुँचाया? रमा देवी जी, एम.एस. गिल, टी.एन. शाशन समेत अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति किस पार्टी ने की और बाद में वे किस दल में लौट गए? सभी कांग्रेस पार्टी में। राहुल गांधी का बार-बार प्रयास यही है कि भारत के निष्पक्ष चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रहार किया जाए और लोकतंत्र को कमजोर किया जाए। राहुल गाँधी लोगों को भ्रमित करने की कोशिश करते हैं, जैसे बांग्लादेश और नेपाल में स्थितियाँ बनी, वैसी स्थिति ये भारत में करना चाहते हैं लेकिन देश की जनता उनके भ्रमजाल में नहीं फंसने वाली। देश में हाल ही में एक और उदाहरण सामने आया है। कर्नाटक हाईकोर्ट ने मलूर विधानसभा के 2023 के चुनाव को खारिज किया, जो कांग्रेस ने वोटों के गबन के साथ जीता था। कोर्ट ने भाजपा उम्मीदवार मंजूनाथ गौड़ा के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि मलूर विधानसभा में मतगणना के दौरान गंभीर अनियमितताएं हुईं। क्या कांग्रेस ने फेरबदल करके सीट जीती थी?
भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी को जवाब देना ही होगा। उन्होंने कांग्रेस पार्टी और उस समय के चुनाव आयुक्तों का जिक्र करते हुए कहा कि जब नवीन चावला की नियुक्ति हुई, तो तत्कालीन चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने आरोप लगाया और प्रेसिडेंट को लिखा कि चावला संवेदनशील और गोपनीय जानकारी लीक कर रहे हैं। सांसद ने सवाल उठाया कि जब राहुल गांधी ने बार-बार आरोप लगाए और कोर्ट गए, तो उन्हें बार-बार माफी मांगनी पड़ी और कोर्ट से फटकार भी मिली। क्या इसी डर से राहुल गांधी शपथपत्र नहीं दे रहे हैं? मीडिया द्वारा बार-बार पूछे जाने के बावजूद उन्होंने शपथपत्र क्यों नहीं दिया? वे आए तो धमाका करने, लेकिन केवल ड्रामा करके चले गए। अगर उनके तर्कों में दम होता, तो वे कोर्ट क्यों नहीं जाते? चुनाव आयोग ने बार-बार सबूत मांगे, लेकिन वे कोई प्रमाण नहीं दे पाए और लगातार गलत आरोप लगाते रहे। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करना कांग्रेस पार्टी और विपक्षी नेता राहुल गांधी का बड़ा षड्यंत्र है। क्या यह केवल घुसपैठिये वोट को बचाने के लिए किया जा रहा है?
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों की बात करते हैं, लेकिन उन्हीं के वोटों की ताकत को कम करने का प्रयास करते हैं। क्या घुसपैठियों के वोट को बचना ही कांग्रेस की राजनीति का मूल उद्देश्य है? क्या यही उनका और कांग्रेस पार्टी का असली एजेंडा है, घुसपैठियों की सुरक्षा करना और उनके वोटिंग अधिकार सुनिश्चित करना, जबकि देश के वास्तविक नागरिकों के वोटों की ताकत को कम करना। राहुल गांधी के बयानों ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि वे घुसपैठियों के साथ हैं और देश के एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के वोटों को कमजोर करना चाहते हैं। जो आरोप राहुल गांधी ने लगाए, उन पर जवाब देना आवश्यक है। क्या 6,000 वोट डिलीट हुए भी थे या नहीं क्योंकि राहुल गाँधी ने प्रेस कांफ्रेंस में जो तीन नाम लिए, वे अभी भी वैध वोटर हैं, उनका वोटर लिस्ट से नाम काटा नहीं गया है। बी.आर. पाटिल जैसे कांग्रेस के विधायकों द्वारा जीती गई सीटों में क्या कांग्रेस ने वोट चोरी करके जीत हासिल की? राहुल गांधी को अराजकता फैलाना और लोकतंत्र के खिलाफ षड्यंत्र बंद करना चाहिए। उनकी राजनीति का मूल उद्देश्य केवल “विक्टिम कार्ड” बनाना और लोकतंत्र को कमजोर करना है।
भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी शपथपत्र नहीं देते, सबूत नहीं पेश करते और केवल आरोप लगाते हैं। इसका मतलब है कि कांग्रेस का भारतीय लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं में विश्वास नहीं है। उनका मकसद केवल अराजकता फैलाना, अव्यवस्था पैदा करना और देश को अस्थिर करना है, और यह सब उन्होंने टूलकिट गैंग के माध्यम से किया। कांग्रेस चाहे जितना प्रयास करे, भारतीय जनता पार्टी भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने के हर कदम उठाएगी और घुसपैठियों को, जिनके वोट राहुल गांधी और कांग्रेस बचाना चाहते हैं, बेनकाब करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की घुसपैठियों को बचाने की राजनीति पहले ही बेनकाब हो चुकी है और आगे भी बेनकाब होती रहेगी।

