Vice President Election Results 2025: उपराष्ट्रपति पद के लिए आज होगा मतदान: एनडीए के राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के सुदर्शन रेड्डी मैदान में
उपराष्ट्रपति पद के लिए सुबह 10 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक वोटिंग होगी और छह बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है। तो वहीं इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को खड़ा किया है।

नई दिल्ली: देश को आज मंगलवार, को अपना 15वां उपराष्ट्रपति मिल जाएगा। इस बार एनडीए ने 68 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि विपक्षी गठबंधन INDIA ने 79 वर्षीय बी सुदर्शन रेड्डी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संसद में कुल 781 सांसद वोट डालेंगे। वोटों की गिनती शाम 6 बजे से शुरू होगी और इसके बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।
मतदान प्रक्रिया और राजनीतिक रुख
प्रमुख न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले वोट डाल सकते हैं। वहीं, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी बीआरएस (BRS) और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी (BJD) ने उपराष्ट्रपति चुनाव से किनारा कर लिया है। दोनों ही पार्टियां किसी भी गठबंधन का समर्थन नहीं करेंगी। राज्यसभा में बीआरएस के 4 और बीजेडी के 7 सांसद हैं। इसके अलावा, पंजाब की बाढ़ के कारण लोकसभा में एकमात्र सांसद वाले शिरोमणि अकाली दल ने भी मतदान से इनकार किया है।
समर्थन और संभावित नतीजे
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने साफ कहा है कि वे इस चुनाव में INDIA के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को समर्थन देंगे। वहीं, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 11 सांसद एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के पक्ष में वोट करेंगे।
उपराष्ट्रपति पद खाली हुआ था
वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अचानक इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। अब इस चुनाव में विजेता नया उपराष्ट्रपति बनेगा।
वोटिंग का अनुमान
लोकसभा और राज्यसभा के कुल 782 सदस्यों को मतदान का अधिकार है। हालांकि, इस चुनाव में व्हिप जारी नहीं किया जाता है। अगर सभी सांसद अपने पार्टी लाइन पर वोट देते हैं, तो एनडीए के उम्मीदवार राधाकृष्णन को 422 वोट और विपक्षी उम्मीदवार रेड्डी को 319 वोट मिलने का अनुमान है। ऐसे में राधाकृष्णन की जीत लगभग पक्की मानी जा रही है। हालांकि, गुप्त मतदान के कारण क्रॉस वोटिंग हो सकती है, जो समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।
साथ ही बता दे की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी के खिलाफ बढ़त बनाए हुए हैं। हालांकि, क्रॉस वोटिंग की भी आशंकाए हैं। मतदान संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा और मतगणना शाम 6 बजे शुरू होगी। परिणाम देर शाम तक आने की उम्मीद है।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 781 सदस्य होते हैं। 542 लोकसभा से और 239 राज्यसभा से. उपराष्ट्रपति पद के लिए बहुमत का आंकड़ा 391 है
विपक्ष के पास 324 वोट, इंडिया ब्लॉक की जीत पर नजरें
देश के 15वें उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के पास कुल 324 वोट होने का अनुमान है। इंडिया ब्लॉक यह जानता है कि उनके पास संख्या बल पर्याप्त नहीं है, लेकिन उन्होंने अंतिम समय तक उम्मीद नहीं छोड़ी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे निर्दलीय सांसदों से संपर्क करते रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा समर्थन जुटाया जा सके।
पिछले चुनाव 2022 में, तब के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 346 वोटों से हराया था। इस बार विपक्ष पहले की तुलना में मजबूत स्थिति में है, इसलिए जीत का अंतर 100 से 125 वोटों के बीच रह सकता है।
एनडीए सूत्रों का दावा है कि राज्यसभा में विपक्ष के 150 वोट उनके उम्मीदवार के खिलाफ रहेंगे और उन्हें 90 से कम वोट मिलेंगे। लोकसभा में भी एनडीए की नजरें कुछ ऐसे सांसदों पर हैं जो पार्टी लाइन से हटकर एनडीए के साथ आ सकते हैं। ऐसे में इंडिया ब्लॉक की जीत की उम्मीद केवल क्रॉस वोटिंग पर ही टिकी है। अगर क्रॉस वोटिंग होती है, तो एनडीए को बड़ा झटका लग सकता है।
किस पाले में कौन-सी स्थानीय पार्टी?
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वाईएसआरसीपी ने स्पष्ट किया है कि वे एनडीए के पक्ष में वोट करेंगे। उनके राज्यसभा में 7 और लोकसभा में 4 सांसद हैं। इस तरह एनडीए के समर्थन में कुल 436 सांसद होंगे।
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आम आदमी पार्टी (AAP) की स्वाति मालीवाल भी संभवतः एनडीए के पक्ष में वोट करेंगी।
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बीआरएस (BRS) और बीजेडी (BJD) ने अभी अपना अंतिम रुख तय नहीं किया है। संभावना है कि बीआरएस मतदान से गैरहाजिर रह सकती है, जबकि बीजेडी एनडीए का समर्थन कर सकती है। बीआरएस के राज्यसभा में 4 सांसद हैं और बीजेडी के 7।
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बीआरएस फिलहाल खुलकर एनडीए के साथ नहीं आ सकती क्योंकि जल्द ही जुबली हिल्स विधानसभा का उपचुनाव है, जहां मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी संख्या है।
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लोकसभा के 7 निर्दलीय सांसदों में से 3 के वोट का रुख अभी स्पष्ट नहीं है।
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शिरोमणि अकाली दल, जेडपीएम और वीओटीटीपी के एक-एक सांसद के फैसले भी अनिर्णीत हैं।
क्रॉस वोटिंग क्यों हो सकती है?
उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान गुप्त होता है, इसलिए किसी सांसद ने किसे वोट दिया है, यह पता नहीं चल पाता। भारत के चुनाव इतिहास में पहली बार 1998 में क्रॉस वोटिंग हुई थी। उस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की हार के बाद ओपन बैलेट का नियम लागू किया गया, जिसमें हर विधायक को अपना मत पार्टी के मुखिया को दिखाना होता है। इसके बावजूद भी क्रॉस वोटिंग की संभावना बनी रहती है। इस चुनाव में भी क्रॉस वोटिंग से समीकरण बदल सकते हैं, जो एनडीए के लिए चुनौती हो सकती है।

