WhatsApp Wedding Invitation Scam: रायपुर में साइबर ठगी का नया तरीका: शादी के कार्ड के बहाने उड़ाए लाखों
छत्तीसढ़ के रायपुर में एक बीमा सलाहकार से ठगी की गई है। बीमा सलाहकार के वाट्सएप शादी का निमंत्रण आया। उन्होंने उस ई-कार्ड को खोलने की कोशिश की तो उनका मोबाइल फोन हैक हो गया। इसके बाद उनके खाते 4.80 लाख उड़ गए।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में साइबर ठगी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक बीमा सलाहकार के वाट्सएप पर आए शादी के ई-कार्ड ने उनके बैंक खाते से 4.80 लाख रुपये उड़ा लिए। यह घटना डिजिटल युग में बढ़ती साइबर अपराध की चुनौतियों को उजागर करती है। पीड़ित ने तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर आम लोगों को ऑनलाइन संदिग्ध लिंक और मैसेज से सावधान रहने की चेतावनी दी है।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। बीमा सलाहकार का नाम देवेंद्र सिंह रिसम है. उनकी उम्र 57 साल है. देवेंद्र सिंह रिसम राजेंद्र नगर के रहने वाले हैं. जानकारी के अनुसार, देवेंद्र को वाट्सएप पर शादी का निमंत्रण आया था. उन्होंने उस ई-कार्ड को खोलने की कोशिश की।
व्हाट्सएप पर आया ई-कार्ड, फिर फोन ब्लिंक करने लगा
पीड़ित देवेंद्र को 19 अगस्त को व्हाट्सएप पर एक शादी का ई-निमंत्रण कार्ड प्राप्त हुआ। कार्ड खोलते ही उनका मोबाइल फोन अचानक से ब्लिंक करने लगा और फिर काम करना बंद कर दिया।
देवेंद्र ने पहले इसे सामान्य शादी का निमंत्रण समझा और जैसे ही उन्होंने कार्ड को टैप किया, उनका फोन हैक हो गया। फोन की स्क्रीन बार-बार चमकने लगी और कुछ ही देर में बैंक खाते से पैसे निकलने के मैसेज आने लगे।
अलग-अलग ट्रांजेक्शन में निकाले गए पैसे
देवेंद्र ने बताया कि कार्ड खोलने के बाद उनके खाते से एक साथ नहीं, बल्कि अलग-अलग किस्तों में पैसे निकाले गए। जैसे ही उन्हें मैसेज मिले, उन्होंने तुरंत मोबाइल बंद करके दोबारा चालू किया और फिर तुरंत बैंक की हेल्पलाइन (1920) पर कॉल करके खाता ब्लॉक कराया। इसके बाद देवेंद्र बैंक पहुंचे और सभी ट्रांजेक्शन डिटेल्स निकलवाईं।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
देवेंद्र ने पूरी घटना की सूचना स्थानीय पुलिस थाने में दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और साइबर सेल को भी अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह एक नया तरीका है, जिसमें फर्जी ई-कार्ड के जरिए लोगों के मोबाइल में मैलवेयर भेजकर डाटा और बैंक डिटेल्स चुराई जा रही हैं।

