PM Narendra Modi Japan Visit Update: जापान दौरे पर पीएम मोदी, 15वें भारत-जापान समिट में करेंगे भाग, गायत्री मंत्र से हुआ स्वागत
पीएम मोदी दो दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे हैं जहां वो कुछ ही देर में 15वें भारत-जापान इकनॉमिक फोरम को संबोधित करेंगे. उनका बिजनेस लीडर्स के साथ बैठक करने का भी कार्यक्रम है।

PM मोदी शुक्रवार सुबह 2 दिन के जापान दौरे पर पहुंचे हैं। बतौर प्रधानमंत्री यह मोदी की 8वीं जापान यात्रा है। स्थानीय कलाकारों ने टोक्यो के होटल में उनका गायत्री मंत्र से स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने प्रवासी भारतीयों से भी मुलाकात की।
अब से थोड़ी देर में वे जापान के पीएम इशिबा से मुलाकात करेंगे। PM मोदी यहां 15वें भारत-जापान वार्षिक समिट में हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।
PM मोदी के जापान दौरे का एजेंडा
यात्रा पर जाने से ठीक पहले पीएम मोदी ने कहा कि इस यात्रा के दौरान दोनों देश विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के अगले चरण को आकार देने पर ध्यान देंगे. इसके तहत आर्थिक और निवेश संबंधों के दायरे को और बढ़ाने, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और सेमीकंडक्टर्स जैसी नई और उभरती तकनीकों में सहयोग आगे बढ़ाने पर जोर रहेगा. साथ ही दोनों देशों के सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों को मजबूत करने का भी अवसर मिलेगा
मोदी 7 साल बाद सालाना समिट के लिए जापान पहुंचे
जापान में किसी सालाना समिट के लिए मोदी की पिछली यात्रा 2018 में हुई थी। इससे पहले PM मोदी 2023 में हिरोशिमा गए थे, लेकिन तब उन्होंने G7 समिट में हिस्सा लिया था। उससे पहले 2019 में वे ओसाका गए थे। तब वे G20 समिट में शामिल हुए थे।
अबकी बार मोदी जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के निमंत्रण पर जापान गए हैं। इस दौरे पर दोनों नेता आपस में विस्तार से बातचीत करेंगे। वे अब तक हुए कामों की समीक्षा करेंगे और भविष्य के लिए नए कदमों पर चर्चा करेंगे।
अगला पड़ाव: चीन में एससीओ शिखर सम्मेलन
जापान में अपने कार्यक्रमों के समापन के बाद, पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 25वीं बैठक में भाग लेने के लिए चीन रवाना होंगे।
मोदी ने प्रवासी भारतीयों के योगदान की तारीफ की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि टोक्यो में भारतीय समुदाय के गर्मजोशी और स्नेह से मैं बहुत प्रभावित हूं। जापानी समाज में सार्थक योगदान देते हुए हमारी सांस्कृतिक जड़ों को संरक्षित करने की उनकी प्रतिबद्धता सचमुच सराहनीय है। अब से कुछ ही घंटों में, मैं भारत-जापान व्यापार और निवेश संबंधों को और मज़बूत बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यापारिक नेताओं के एक समूह के साथ बातचीत करूंगा

