Kishtwar Cloudburst Tragedy Update: किश्तवाड़ में बादल फटने से बड़ा हादसा: 38 श्रद्धालुओं की मौत, 200 से ज्यादा लापता
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार दोपहर 12:30 बजे चशोटी गांव में बादल फटने की घटना हुई, जिसमें मचैल माता यात्रा के लिए जुटे हजारों श्रद्धालु प्रभावित हुए। हादसे में अब तक 38 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 28 शव बरामद किए जा चुके हैं। राहत एवं बचाव कार्य के दौरान 65 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है, जबकि करीब 200 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।

यह हादसा उस वक्त हुआ जब श्रद्धालु मचैल माता यात्रा के पहले पड़ाव चशोटी गांव में मौजूद थे। बादल ठीक उसी जगह फटा, जहां से यात्रा शुरू होती है। वहां लगे टेंट, लंगर, दुकानें और श्रद्धालुओं की बसें बाढ़ के पानी में बह गईं। कई श्रद्धालु मलबे में दब गए।
क्या है मचैल माता यात्रा?
मचैल माता तीर्थ यात्रा हर साल अगस्त माह में होती है। इस बार यह यात्रा 25 जुलाई से 5 सितंबर 2025 तक निर्धारित है। यात्रा का रूट जम्मू से किश्तवाड़ तक 210 किलोमीटर लंबा है। किश्तवाड़ के पद्दर से चशोटी तक 19.5 किलोमीटर तक गाड़ियां जा सकती हैं, इसके बाद यात्रियों को 8.5 किलोमीटर पैदल चलकर मचैल माता मंदिर पहुंचना होता है।

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद हुई जनहानि के बाद शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान होने वाली ऐट होम चाय पार्टी और सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।
किश्तवाड़ आपदा में अब तक 38 शव बरामद
अधिकारियों के मुताबिक, अब तक 38 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। यह हादसा मचैल माता यात्रा मार्ग पर हुआ, जिसके चलते यात्रा को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है।
स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर लिखा, ‘मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है। बचाव और राहत कार्य जारी हैं। जरूरतमंदों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।’
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने गुरुवार को किश्तवाड़ के एक गांव में बादल फटने से आई अचानक बाढ़ के बाद लोगों और तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए एक नियंत्रण कक्ष-सह-सहायता डेस्क स्थापित किया। अधिकारियों ने बताया कि 12-15 लोगों की मौत हो गई है और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। यह नियंत्रण कक्ष पद्दार में स्थापित किया गया है, जो चिशोती गांव से लगभग 15 किलोमीटर दूर है, जहां यह आपदा आई थी। नियंत्रण कक्ष के लिए 5 अधिकारियों को तैनात किया गया है। उपलब्ध कराए गए नंबर हैं: 9858223125, 6006701934, 9797504078, 8492886895, 8493801381, और 7006463710। इसके अलावा, जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 01995-259555 और 9484217492 हैं, और किश्तवाड़ का पुलिस नियंत्रण कक्ष नंबर 9906154100 है।


