इससे पहले साल 1956 में जुलाई में सर्वाधिक 308MM बारिश हुई थी। मौसम केंद्र जयपुर ने शुक्रवार (आज) को 6 जिलों में मध्यम से तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। आज तेज बरसात की चेतावनी के बीच 16 जिलों में स्कूलों की छुट्टी है।
पिछले 24 घंटे के भीतर धौलपुर, भीलवाड़ा, नागौर, जयपुर, अलवर, सवाई माधोपुर, झुंझुनूं और चित्तौड़गढ़ सहित कई जिलों में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। धौलपुर के सरमथुरा में सबसे अधिक 123 मिमी, झुंझुनूं के बिसाऊ में 100 मिमी, मलसीसर और मंडावा में 43-43 मिमी बारिश हुई। अलवर में 52 मिमी, गोविंदगढ़ और राजगढ़ में 25-25 मिमी, श्रीगंगानगर के चूनावध में 30 मिमी, बारां के छबड़ा में 26 और भरतपुर के जुरहेरा में 27 मिमी बारिश दर्ज की गई। भीलवाड़ा के डाबला में 26, कोटड़ी में 34, मांडलगढ़ में 35, जयपुर के चौमूं में 40, किशनगढ़ रेनवाल में 32, चाकसू में 30 और हनुमानगढ़ के भादरा में 45 तथा नोहर में 25 मिमी बारिश हुई। बारिश का यह सिलसिला अभी जारी रहने की संभावना है, जिससे हालात और अधिक गंभीर हो सकते हैं।
राजस्थान में आज का वेदर अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, इस समय मानसून की ट्रफ लाइन श्रीगंगानगर और रोहतक के बीच से होकर गुजर रही है। साथ ही, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपरी वायुमंडलीय स्तर पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इससे बीकानेर संभाग में बारिश होने की संभावना जताई गई है, जबकि राज्य के अन्य हिस्सों में मौसम शुष्क बना रह सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि जून और जुलाई में अच्छी बारिश के बाद अगस्त में जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और बीकानेर में सामान्य से अधिक बरसात हो सकती है। वहीं, उदयपुर और जोधपुर संभाग में सामान्य से कम बारिश की संभावना है। मौसम केंद्र ने शुक्रवार को छह जिलों के लिए मध्यम से तेज बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। बाकी राजस्थान में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने का अनुमान है।
हादसों ने बढ़ाई चिंता
बारिश के कारण जयपुर में कई हादसे भी सामने आए हैं. बजाज नगर में करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि आमेर में दो लोग कार सहित बह गए, जिन्हें समय रहते बचा लिया गया. जलमहल और अन्य जल स्रोतों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा गहरा गया है.


