राजस्थान सरकार की ओर से कराई गई फूड सेफ्टी ऑफिसर (FSO) भर्ती 2022 की नियुक्तियां अब भी अधर में लटकी हुई हैं। 200 पदों पर चयन प्रक्रिया पूरी होने और आरपीएससी की ओर से सिफारिश भेजे जाने के बावजूद अभ्यर्थी आज भी नियुक्ति आदेशों के इंतजार में है

राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष हनुमान किसान ने बताया- इस भर्ती की परीक्षा 27 जून 2023 को हुई थी और रिजल्ट करीब एक साल बाद 10 जून 2024 को जारी हुआ। इसके बाद 20 जून को RPSC ने नियुक्ति की अनुशंसा भेजी, लेकिन 3 जुलाई 2024 को कोर्ट से इस पर स्टे लग गया।
आरपीएससी की ओर से फूड सेफ्टी ऑफिसर भर्ती परीक्षा 27 जून 2023 को आयोजित की गई थी। इसका परिणाम लगभग एक साल बाद 10 जून 2024 को घोषित किया गया। आयोग ने 20 जून को नियुक्ति की सिफारिश की, लेकिन 3 जुलाई को कोर्ट से स्टे लगने के बाद प्रक्रिया ठप पड़ गई। इस बीच, चयनित अभ्यर्थी लगातार सरकार और प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं। इस संबंध में चयनित अभ्यर्थी संजय चौधरी ने बताया कि फिलहाल राजस्थान में एक भी नियमित फूड सेफ्टी ऑफिसर तैनात नहीं है। ऐसे में सरकार ने लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर, फार्मासिस्ट, जीएनएम को डेपुटेशन पर लगा रखा है। जिसके चलते कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। खाद्य जांच में लापरवाही, निरीक्षणों में अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायतें भी बढ़ने लगी हैं।
कोर्ट स्टे हटाने और नियुक्ति की मांग
हनुमान किसान ने बताया- चयनित अभ्यर्थियों को जानबूझकर नियुक्ति से वंचित किया जा रहा है। उनका दावा है कि जिन डिप्युटेड कर्मचारियों को पद पर बैठाया गया है, उन्होंने ही कोर्ट से स्टे करवा रखा है। इस वजह से योग्य युवाओं का भविष्य अधर में है।
हनुमान ने बताया- मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुक्रवार को विशिष्ट सचिव संदेश नायक से एक प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई, जिसमें पांच चयनित अभ्यर्थी शामिल हुए। अभ्यर्थियों ने प्रशासन के सामने तीन अपनी प्रमुख मांगें रखीं। भर्ती पर लगा कोर्ट स्टे तत्काल हटवाया जाए। डिप्युटेड कर्मचारियों को उनके मूल पद पर वापस भेजा जाए। चयनित अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द नियुक्त किया जाए।