Hanuman Beniwal News: हनुमान बेनीवाल पर कार्रवाई को लेकर सियासत गरम: बिजली कटने के बाद सरकारी आवास खाली करने का नोटिस
सांसद हनुमान बेनीवाल का आरोप है कि सब इंस्पेक्टर भर्ती समेत युवाओं की समस्याओं को लेकर आंदोलन करने और जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने की वजह से उन्हें टारगेट किया जा रहा है।

राजस्थान में ‘इंडिया’ गठबंधन के सांसद हनुमान बेनीवाल के घर की बिजली काटे जाने के बाद उन्हें सरकारी आवास से बेदखल किए जाने का नोटिस जारी होने को लेकर अब सियासी घमासान बढ़ गया है। सांसद बेनीवाल का आरोप है कि छात्रों और युवाओं की आवाज उठाने के साथ ही जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर संघर्ष करने की वजह से सूबे की सरकार उन्हें निशाना बना रही है और उन्हें परेशान किया जा रहा है।
दूसरी तरफ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पलटवार करते हुए कहा, ”सांसद हनुमान बेनीवाल कतई नियम-कानून से ऊपर नहीं हैं. अगर वह गलत तरीके से सरकारी आवास में रहेंगे और बिजली का बिल नहीं जमा करेंगे, तो फिर एक्शन होगा ही।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और राजस्थान की नागौर सीट से सांसद हनुमान बेनीवाल को 24 घंटे में दो बड़े झटके लगे हैं. ग्यारह लाख रूपये से ज्यादा के बकाए पर बुधवार की शाम को नागौर में उनके घर की बिजली काट दी गई। जिस घर की बिजली काटी गई, सांसद बेनीवाल के परिवार के कई सदस्य उसी में रहते हैं और साथ ही इसी में उनकी पार्टी का दफ्तर भी चलता है।
विधायक आवास में संचालित पार्टी कार्यालय
विधायकों के लिए नए आवास बनने के बाद से ही जालूपुरा पुलिस थाने के आसपास बने पुराने विधायक आवास तोड़े जा चुके हैं। हनुमान बेनीवाल के भाई नारायण बेनीवाल ने विधायक आवास खाली नहीं किया। ऐसे में उस आवास को तोड़ा नहीं जा सका। इसी आवास में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का कार्यालय भी संचालित किया जाता है। आरएलपी की ओर से की जाने वाली पार्टी बैठक जालुपुरा के विधायक आवास में ही होती रही है। अब यह आवास खाली करना पड़ेगा।
अब छोड़ना पड़ेगा आवास
जयपुर के जालूपुरा, ज्योति नगर और गांधी नगर क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से विधायक आवास बने हुए थे जो हर पांच साल बाद नवनिर्वाचित विधायकों को आवंटित किए जाते थे। पिछली सरकार के समय लालकोठी में नए आवास बन गए। ऐसे में वर्तमान में सभी विधायकों को विधानसभा के पास बनी नई इमारत में आवास आवंटित किए गए हैं। वर्ष 2019 में जब खींवसर में विधानसभा उपचुनाव हुए तब नारायण बेनीवाल विधायक बने थे। उन दिनों नारायण बेनीवाल के नाम से जालूपुरा में आवास आवंटित हुआ था। बेनीवाल अब विधायक नहीं हैं लेकिन जालूपुरा स्थित आवास को अभी तक खाली नहीं किया। ऐसे में सरकार की ओर से आवास को खाली करने का नोटिस जारी किया गया है। नारायण बेनीवाल के साथ पूर्व विधायक पुखराज गर्ग को भी आवास खाली करने का नोटिस जारी किया गया है।