Syama Prasad Mookerjee Jayanti: कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटना डॉ. मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि: भाजपा का श्रद्धांजलि कार्यक्रम सम्पन्न
जयपुर, 23 जून 2025: भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में भव्य श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बोले – “यह स्मरण का नहीं, प्रेरणा का दिन है”
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि- “आज का दिन केवल अतीत को याद करने का नहीं, बल्कि आगे की राह पर चलने की प्रेरणा लेने का दिन है।” उन्होंने डॉ. मुखर्जी के उस ऐतिहासिक नारे को दोहराया- “एक देश में दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे”, और बताया कि यह केवल राजनीतिक नारा नहीं था, बल्कि भारत की आत्मा की आवाज थी। उन्होंने कहा कि जिस जनसंघ की शुरुआत 14 लोगों से हुई थी, वह आज 14 करोड़ कार्यकर्ताओं वाला संगठन बन गया है और दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुका है।

“धारा 370 हटना, मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि”
मुख्यमंत्री ने कहा कि- “जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वो कश्मीर हमारा है”, यह नारा आज भी जीवंत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. मुखर्जी के अधूरे कार्य को पूरा किया और अनुच्छेद 370 को समाप्त कर कश्मीर को पूर्ण रूप से भारत का अंग बनाया, जो उनकी दूरदर्शी सोच और बलिदान का परिणाम है।
कांग्रेस पर हमला – “गरीबों को छलने का काम किया”
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “कांग्रेस ने ‘गरीबी हटाओ’ का नारा देकर गरीबों को सिर्फ लूटा, जबकि भाजपा ने गरीब, महिला, किसान और युवा को प्राथमिकता देकर योजनाएं ज़मीन पर उतारीं।” उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “कांग्रेसी कहते हैं कि मैं (सीएम) रुकता नहीं, लेकिन होटलों में रुकने के लिए कांग्रेसियों की कोई कमी नहीं है।”
“अंत्योदय पखवाड़ा” में 5000 गांव होंगे BPL मुक्त
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि भाजपा सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय पखवाड़ा का आयोजन करेगी, जिसके तहत सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति तक पहुंचेगा।
इस अभियान में 5000 गांवों को बीपीएल मुक्त किया जाएगा और इसके लिए 300 करोड़ रुपये का बजट जारी किया जा चुका है।
मदन राठौड़ हुए भावुक – “मुखर्जी का जीवन तपस्या है”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा—“मुखर्जी राष्ट्रभक्ति, सांस्कृतिक चेतना और राजनीतिक शुद्धिकरण के प्रेरणास्रोत हैं। उनका जीवन एक विचार, एक उद्देश्य और एक समर्पण की मिसाल है।”मुखर्जी के बलिदान को याद करते हुए राठौड़ मंच पर भावुक हो गए और कहा कि उन्होंने राष्ट्रहित में मंत्री पद छोड़ दिया और कश्मीर में दो विधान, दो संविधान और दो निशान के विरोध में आंदोलन करते हुए बलिदान दिया। उनकी मृत्यु संदेहास्पद थी, लेकिन सरकार ने जांच तक नहीं करवाई।
मुखर्जी ने पौधा लगाया, अटल जी ने सींचा, मोदी जी ने वटवृक्ष बनाया”मदन राठौड़ ने कहा कि- “डॉ. मुखर्जी के लगाए हुए संगठनात्मक पौधे को अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने परिश्रम से सींचा और आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वह वटवृक्ष बन गया है।” उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे डॉ. मुखर्जी के विचारों और राष्ट्रवादी सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाएं, और प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत संकल्प को साकार करने में भागीदार बनें

राष्ट्र के लिए समर्पण का प्रतीक हैं डॉ. मुखर्जी
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन राष्ट्र के लिए समर्पण, विचार और बलिदान का पर्याय है। उनका सपना था एक ऐसा भारत, जिसमें कोई भेदभाव न हो, राष्ट्र सर्वोपरि हो और संविधान का सम्मान हो। भाजपा का यह आयोजन न सिर्फ श्रद्धांजलि का माध्यम था, बल्कि यह स्मरण कराने वाला पल भी था कि विकसित भारत का संकल्प, इतिहास की उस नींव पर खड़ा है जिसे डॉ. मुखर्जी ने अपने बलिदान से मजबूत किया।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अशोक परनामी, अरुण चतुर्वेदी, नाहर सिंह जोधा, जिलाध्यक्ष अमित गोयल, विधायक गोपाल शर्मा, बालमुकुंदाचार्य, कैलाश वर्मा, शैलेंद्र भार्गव, संजय जैन, रवि नैय्यर, चंद्रमोहन बटवाड़ा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

