PM Narendra Modi Odisha Visit : ओडिशा दौरे पर पीएम मोदी: 18,600 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ओडिशा के दौरे पर रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने राज्य को कई परियोजनाओं का तोहफा दिया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने उस दौरान यह भी बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के निमंत्रण को क्यों अस्वीकार किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ओडिशा के दौरे पर रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुवनेश्वर में रोड शो भी किया। इस रोड शो में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। इसके बाद पीएम मोदी ने एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित किया।
दरअसल, ओडिशा सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भुवनेश्वर में राज्य स्तरीय समारोह का खास आयोजन किया गया। ओडिशा में पीएम मोदी ने राज्य को 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की सौगात भी दी। कार्यक्रम में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप का न्योता क्यों स्वीकार नहीं किया।
पीएम मोदी ने ओडिशा को दिया तोहफा
पीएम मोदी ने ओडिशा में 18,600 करोड़ रुपये की 105 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान बीजेपी सरकार के एक साल पूरे होने का जश्न भी मनाया गया। पीएम मोदी ने कहा कि ओडिशा सिर्फ एक राज्य नहीं है। बल्कि भारत की विरासत का चमकता सितारा है। सालों से ओडिशा ने भारत की संस्कृति और विरासत को समृद्ध किया है। उन्होंने कहा कि विकास और विरासत के मंत्र के साथ ओडिशा की भूमिका और भी बढ़ गई है।
पीएम मोदी का ओडिशा में भव्य स्वागत
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा पहुंचे। वहां उन्होंने बीजेपी सरकार के पहला साल पूरा होने पर एक बड़े कार्यक्रम में भाग लिया। भुवनेश्वर में उनका जोरदार स्वागत हुआ। उन्होंने ‘लखपति दीदी’ योजना के लाभार्थियों से बातचीत की और लगभग 25 स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया। PM मोदी ने ‘ओडिशा विजन डॉक्यूमेंट’ भी जारी किया। इसका लक्ष्य 2036 तक ‘समृद्ध ओडिशा’ बनाना है। पिछले 12 महीनों में PM मोदी का ओडिशा का यह छठा दौरा था।
अमेरिका न जाने पर क्या बोले पीएम?
पीएम मोदी ने बताया कि अभी दो दिन पहले मैं G7 समिट के लिए कनाडा में था। उस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुझे फोन किया और बड़े आग्रह के साथ निमंत्रण दिया। मैंने, अमेरिका के राष्ट्रपति से कहा, निमंत्रण के लिए आपका धन्यवाद, लेकिन मुझे तो महाप्रभु की धरती पर जाना जरूरी है। इसलिए मैंने उनका निमंत्रण विनम्रता से मना किया। आपका प्रेम मुझे महाप्रभु की धरती तक खींच लाया है।