Indigo Flight Emergency Landing Update: इंडिगो फ्लाइट में तकनीकी खराबी से इमरजेंसी लैंडिंग: सभी यात्री सुरक्षित विमानन सुरक्षा पर उठे सवाल
नई दिल्ली देश में लगातार सामने आ रही विमान तकनीकी खराबियों के बीच गुरुवार सुबह दिल्ली से लेह जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 2006 में तकनीकी गड़बड़ी के चलते इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी।

फ्लाइट में चालक दल समेत करीब 180 लोग सवार थे। लेह पहुंचने से कुछ देर पहले तकनीकी गड़बड़ी का पता चला, जिसके बाद विमान को तुरंत वापस दिल्ली लाया गया और सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। राहत की बात यह रही कि सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं। हालांकि, इस गड़बड़ी की आधिकारिक जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
लगातार सामने आ रही हैं तकनीकी खराबियों की घटनाएं
इस घटना ने हाल ही में सामने आई अन्य तकनीकी खराबियों की घटनाओं की कड़ी को और लंबा कर दिया है। बुधवार को इंडिगो की एक और फ्लाइट 6E 6101, जो भुवनेश्वर से कोलकाता जाने वाली थी, उड़ान भरने से कुछ ही मिनट पहले तकनीकी खराबी के कारण रद्द कर दी गई।
पायलट ने उड़ान भरने से पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को एक संदिग्ध तकनीकी समस्या की जानकारी दी, जिसके बाद एटीसी ने विमान को रनवे से हटाकर पार्किंग बे में लौटने के निर्देश दिए। सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया।
2 जून को गिद्ध से टकराया था विमान
2 जून को रांची में इंडिगो की एक और फ्लाइट उस समय खतरे में पड़ गई जब वह एक गिद्ध से टकरा गई। यह फ्लाइट पटना से कोलकाता होते हुए रांची जा रही थी और 3,000 से 4,000 फीट की ऊंचाई पर थी, तभी गिद्ध से टकरा गई। इसके बाद विमान करीब 40 मिनट तक हवा में मंडराता रहा और अंततः सुरक्षित लैंड कराया गया। इस फ्लाइट में 175 यात्री सवार थे।
मौसम के चलते टर्बुलेंस, फिर भी सुरक्षित लैंडिंग
16 जून को गोवा से लखनऊ जाने वाली एक और इंडिगो फ्लाइट को उड़ान भरने के तुरंत बाद मौसम की खराबी के चलते गंभीर टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। यात्रियों में डर और घबराहट का माहौल बन गया, लेकिन चालक दल की सतर्कता और प्रशिक्षण की बदौलत विमान को सुरक्षित लैंड कराया गया।
बढ़ते मामलों से यात्रियों में चिंता
लगातार हो रही इन घटनाओं ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। तकनीकी खराबियों के बढ़ते मामलों के चलते विमानन नियामक DGCA और संबंधित एयरलाइनों पर निगरानी बढ़ाने की मांग तेज हो रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि विमानों के नियमित निरीक्षण और रखरखाव को और अधिक कठोर बनाया जाना चाहिए, ताकि ऐसी आपात स्थितियों से बचा जा सके और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।