Coronavirus Outbreak Cases Update: कोरोना फिर बना चिंता का कारण: देश में एक्टिव केस 1083, 4 नए वैरिएंट की पुष्टि
इस समय देश में कोरोना पॉजिटिव मामले एक हजार से ज्यादा हो गए हैं। सिर्फ एक हफ्ते के भीतर ही 750 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। ऐसे में कोरोना की ये रफ्तार कुछ परेशान करने वाली लग रही है।

राज्यों में नए मामले और मौतें
अब तक कर्नाटक में 36, गुजरात में 17, बिहार में 5 और हरियाणा में 3 नए केस सामने आए। वहीं, गुजरात में 13 मरीजों ने कोरोना को मात दी। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में मंगलवार को 78 वर्षीय बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह यूपी में कोविड के नए वैरिएंट से पहली मौत मानी जा रही है। इसके अलावा महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और मध्यप्रदेश में कुल 11 मरीजों की मौत हो चुकी है। इस तरह अब तक कोविड से कुल मृतकों की संख्या 12 पहुंच गई है।
बिहार में मौजूदा लहर का पहला मामला सामने आया
बिहार में सोमवार को कोविड-19 की मौजूदा लहर का पहला मामला सामने आया। पटना के 31 वर्षीय एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई। निजी अस्पताल में इलाज करा रहे मरीज का हाल ही में राज्य से बाहर यात्रा करने का कोई इतिहास नहीं है।

जयपुर और ठाणे में मौतें
जयपुर में 26 मई को कोरोना से दो मौतें हुईं। इनमें एक व्यक्ति की मौत रेलवे स्टेशन पर हुई थी, जिसकी रिपोर्ट बाद में पॉजिटिव आई। वहीं दूसरी मौत 26 वर्षीय युवक की हुई, जो पहले से टीबी से ग्रसित था और प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती था। महाराष्ट्र के ठाणे में भी कोरोना से दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। एक महिला की इलाज के दौरान मौत हुई, जबकि 21 वर्षीय युवक की 25 मई को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। उसकी रिपोर्ट 22 मई को पॉजिटिव आई थी।
भारत में मिले कोविड-19 के चार नए वैरिएंट
भारत में मिले कोविड-19 के 4 नए वैरिएंट भारत के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं। ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई है, वे LF.7, XFG , JN.1 और NB.1.8.1 सीरीज के हैं। बाकी जगहों से नमूने लेकर सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि नए वैरिएंट की जांच की जा सके। मामले बहुत गंभीर नहीं हैं और लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए, बस सतर्क रहना चाहिए।
JN.1 वैरिएंट: ज्यादा फैलाव, कम गंभीरता
JN.1 वैरिएंट, ओमिक्रॉन के BA.2.86 स्ट्रेन का एक रूप है। इसे पहली बार अगस्त 2023 में देखा गया और दिसंबर 2023 में WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर कर सकते हैं। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार, JN.1 अन्य वैरिएंट्स की तुलना में तेजी से फैलता है लेकिन यह ज्यादा गंभीर नहीं है। फिर भी, स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है।

कोरोना के नए वेरिएंट के लक्षण
- खांसी
- बुखार
- गले में खराश
- नाक बहना
- शरीर में दर्द
- थकान
- कुछ लोगों को दस्त या उल्टी भी हो सकती है.
किस प्रकार से ध्यान रखना चाहिए?
शुरुआत में खांसी-जुकाम, बुखार, मांसपेशियों में दर्द के रूप में लक्षण नजर आते हैं, जो दिखने में सामान्य लगते हैं। ऐसे लक्षण दिखें तो सतर्क रहें। इसकी जांच करवाएं। अगर कोरोना पॉजिटिव पाए जाएं तो होम आइसोलेशन किया जाना चाहिए। फिलहाल हल्के लक्षण में जल्द ठीक होने की संभावना है। छींक आने पर रुमाल का इस्तेमाल करें। बार-बार हाथ धोने चाहिए, ताकि बीमारी ज्यादा न फैले। सैनिटाइजेशन, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग ऐसी बीमारियों से बचा सकता है।