Jaipur News: किशोरी उत्सव एवं परवाज नारीवादी दीक्षांत समारोह: आजाद फाउंडेशन ने ऐसी 20 महिलाओं का किया सम्मान
जयपुर अपने समुदाय में 5000 से अधिक महिलाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ने और 400 से अधिक महिलाओं के सरकारी दस्तावेज बनवाने वाली 20 महिलाओं का आजाद फाउंडेशन ने सम्मान किया। किशोरियों की उच्च शिक्षा, कम उम्र में विवाह रोकने और लैंगिक समानता के लिए अपनी जिंदगी एवं समुदाय में जागरुकता फैलाने वाली पांच किशोरियों को भी सम्मानित किया गया।

आज रविवार को इंदिरा गांधी पंचायती राज ऑडिटोरियम में आजाद फाउंडेशन ने जीवन में बदलाव की यात्रा का उत्सव मनाने के लिए किशोरी उत्सव एवं परवाज नारीवादी दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। यह आयोजन समाज में किशोरियों और महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। परवाज नारीवादी नेतृत्व कार्यक्रम के अंतर्गत जयपुर की 20 महिलाओं को एक वर्ष का प्रशिक्षण दिया गया। जिन्होंने अपने समुदाय में 5000 से अधिक महिलाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ा और 400 से अधिक महिलाओं के सरकारी दस्तावेज बनवाए।
इन महिलाओं को “परवाज नारीवादी नेतृत्व प्रशिक्षण” पूर्ण करने पर प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। प्रथम पुरस्कार पाने वाली नलिनी फाउंडेशन की किशोरियों ने नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी। सभी किशोरियों को प्रशस्ति पत्र से सम्मनित किया गया। किशोरियों की उच्च शिक्षा, कम उम्र में विवाह रोकने और लैंगिक समानता के लिए अपनी जिंदगी एवं समुदाय में जागरुकता फैलाने वाली पांच किशोरियों को भी सम्मानित किया गया। आजाद फाउंडेशन के नेशनल लीड श्रीनिवास ने बताया कि आजाद महिलाओं को गैर परंपरागत रोजगार से जोड़ने का काम करती है। आज आजाद के वीमेन विथ व्हील्स कार्यक्रम से ट्रेनिंग ली हुईं महिलाएं बस, ट्रक और ट्रेलर चला रही हैं। कुछ महिलाएं यूरोप में ड्राइवर के रूप में काम कर रही हैं। लगभग 2 लाख रुपए महीना कमा रही हैं। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) में भी 100 से अधिक महिला ड्राइवर्स हैं। हम राजस्थान सरकार के साथ एक वृहत ऐसी पार्टनरशिप चाहते हैं। ताकि राजस्थान की महिलाएं भी ट्रांसपोर्ट सेक्टर में काम कर रोजगार कमाएं और आर्थिक रूप से सशक्त हों।

आजाद फाउंडेशन के राजस्थान प्रभारी हरि शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा जयपुर में अभी तक 3000 से अधिक किशोरियों को सहयोग किया है जिन्होंने अपनी उच्च शिक्षा पूर्ण की है। अपने परिवार की एक मुख्य सदस्य के रूप में पहचान बनाई है। आजाद फाउंडेशन के इस प्रयास से न केवल किशोरियों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। बल्कि उन्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल और आत्मविश्वास भी प्रदान किया जा रहा है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किशोरियों, महिलाओं और अन्य स्वयंसेवी संगठनों ने शिरकत की।