Coronavirus Outbreak Cases Updates: भारत में एक बार फिर बढ़ने लगे कोरोना के मामले: जानिए क्यों फिर डराने लगा है कोविड वायरस
इन दिनों देश और दुनिया में एक बार फिर कोरोना वायरस को लेकर चिंता बढ़ने लगी है। थाईलैंड, सिंगापुर जैसे साउथ ईस्ट एशियाई देशों में कोविड के मामलों में अचानक तेज़ उछाल देखा गया है। इसी तरह भारत में भी कोरोना के केस फिर से बढ़ने लगे हैं।

‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के स्वास्थ्य अधिकारी कई राज्यों में कोविड मामलों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हालांकि पिछली लहरों की तुलना में अब भी कुल केस कम हैं। लेकिन चेन्नई, मुंबई और अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों में कोविड केसों में बढ़ोतरी चिंता बढ़ा रही है।
क्या है नया वैरिएंट JN.1?
भारत में कोविड मामलों में तेजी की वजह ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट JN.1 है। इसकी पहचान सबसे पहले सितंबर 2023 में की गई थी और अब यह भारत में भी पहुंच चुका है। यह वैरिएंट तेजी से फैलने की क्षमता रखता है। हालांकि इसके लक्षण पहले की तुलना में हल्के हैं। आमतौर पर इस वैरिएंट से संक्रमित मरीज 4 दिन में रिकवर हो जाते हैं।
कौन सा वैरिएंट है जिम्मेदार?
इस नई लहर के लिए ओमिक्रॉन का JN.1 वैरिएंट और इसके सब-वैरिएंट्स LF.7 और NB.1.8 जिम्मेदार हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने JN.1 को दिसंबर 2023 में ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया था। यह वैरिएंट ज्यादा संक्रामक है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहले के वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा खतरनाक नहीं है।
क्या हैं इस वैरिएंट के लक्षण?
कोविड के ओमिक्रॉन JN.1 वैरिएंट की पहचान पहली बार सितंबर 2023 में हुई. अब ये वैरिएंट भारत में आ गया है। आमतौर पर इस वैरिएंट की चपेट में आने से मरीज 4 दिन संक्रमित रहता है। चार दिनों में कोविड मरीज रिकवर हो जाता है। कोरोना के इस वैरिएंट के लक्षण काफी सामान्य हैं जैसे बुखार, नाक बहना,गले में खराश, सिरदर्द और थकान
भारत में फिर क्यों बढ़ रहे हैं कोरोना केस?
विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना वायरस लगातार म्यूटेट होकर नए-नए वैरिएंट बना रहा है। भारत में वैक्सीनेशन के जरिए बड़ी आबादी को सुरक्षा मिली थी, लेकिन पिछले टीकाकरण के बाद काफी समय बीत चुका है। ऐसे में कई लोगों की इम्युनिटी अब कमजोर हो चुकी है। इसी वजह से नया वैरिएंट आसानी से लोगों को संक्रमित कर रहा है।
क्यों बढ़ रहा कोरोना?
कोरोना वायरल से लड़ने के लिए भारत में कई सारी वैक्सीन हैं। इस वजह से देश भर के लोग सुरक्षित हैं। समय के साथ कोरोना ने भी नए-नए वैरिएंट के रूप में बदला है इस बार कोरोना का नया वैरिएंट देश में आया है। देश में लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाए हुए काफी समय हो गया है। इस वजह से कुछ लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो गई है।
भारत में कोविड साल 2019 में आया था। सबसे पहले देश में कोरोना के मामले केरल में आए थे। साल 2020 में देश में कोविड के कई मामले सामने आ गए। धीरे-धीरे कोर..कोरोना के मामले देश में बढ़ गए। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते देश भर में पहली लॉकडाउन लगा। कोविड की दूसरी लहर 2021 में आई। 2022 और 2023 तक कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते देश भर में पहली लॉकडाउन लगा। कोविड की दूसरी लहर 2021 में आई 2022 और 2023 तक कोरोना के मामले आते रहे। हालांकि 2022 में कोविड के कोविड केस की संख्या काफी कम हो गई। देश में धीरे-धीरे सब कुछ खुल गया। अब एक बार फिर से कोरोना देश में अपने पैर पसार रहा है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह लहर पहले जितनी खतरनाक नहीं है। ज्यादातर लोग हल्के लक्षणों के साथ ठीक हो रहे हैं। भारत में भी स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। अगर आप स्वस्थ हैं। पहले वैक्सीन ले चुके हैं, तो ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। लेकिन कमजोर इम्युनिटी वाले लोग बूस्टर डोज पर विचार करें और सावधानी बरतें। कोविड-19 अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। लेकिन सही कदमों से हम इसे काबू में रख सकते हैं। सुरक्षित रहें ।