RR Vs LSG Match Fixing Controversy: राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में तूफान: जयदीप बिहाणी के खिलाफ एडहॉक कमेटी के सदस्य ही मैदान में
जयपुर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में जारी राजनीतिक घमासान अब और तीव्र हो गया है। बीजेपी विधायक व RCA एडहॉक कमेटी के कन्वीनर जयदीप बिहाणी के खिलाफ न केवल राजस्थान रॉयल्स ने नाराजगी जताई थी। बल्कि अब तो खुद एडहॉक कमेटी के सदस्य भी उनके खिलाफ खड़े हो गए हैं।

धनंजय सिंह खींवसर का हमला: “तानाशाह की तरह कर रहे हैं काम”
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे और RCA एडहॉक कमेटी के सदस्य धनंजय सिंह खींवसर ने बुधवार को एक बयान जारी कर जयदीप बिहाणी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “जयदीप बिहाणी का व्यवहार बेहद अमर्यादित और अपमानजनक रहा है। वह तानाशाह की तरह एडहॉक कमेटी को चला रहे हैं। मीटिंग्स में उनकी मनमानी और उच्च स्वर में बात करना आम बात हो गई थी।
धनंजय ने साफ कहा कि उन्होंने एक महीने पहले ही नागौर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और अब जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल ली है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे इस विवाद से जुड़ी और भी जानकारियां जल्द उजागर करेंगे।
“तालिबानी रवैया”: मुख्यमंत्री और खेल मंत्री से कार्रवाई की अपील
धनंजय सिंह ने राज्य सरकार से मांग की है कि विधायक होने का मतलब यह नहीं कि कोई भी किसी के खिलाफ कुछ भी कह दे। “बिहाणी केवल पास-पास की राजनीति के लिए RCA को इस्तेमाल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री और खेल मंत्री से निवेदन है कि उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब यदि जयदीप बिहाणी एडहॉक कमेटी की कोई मीटिंग बुलाते हैं, तो वे उसमें शामिल नहीं होंगे।
धर्मवीर सिंह शेखावत की टिप्पणी: “फिक्सिंग और फंड को लेकर दिए बयान निराधार”
एडहॉक कमेटी के एक अन्य सदस्य धर्मवीर सिंह शेखावत ने भी जयदीप बिहाणी की आलोचना करते हुए कहा, “IPL में फिक्सिंग को लेकर दिए गए बयान और 10 लाख रुपये की फंडिंग की बात पूरी तरह से गलत है। बीसीसीआई RCA को क्रिकेट गतिविधियों और संसाधनों के लिए फंड देता है। लेकिन बिहाणी ने हमारी जानकारी के बिना ही ऐसी चिट्ठी जारी कर दी।
उन्होंने कहा कि बिहाणी के सारे बयान व्यक्तिगत हैं और समिति के बाकी सदस्यों का उनसे कोई लेना-देना नहीं है। राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश: समिति की एकजुट नाराजगी एडहॉक कमेटी के सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि जयदीप बिहाणी RCA को राजनीतिक अस्त्र के रूप में प्रयोग कर रहे हैं। समिति के सभी सदस्यों ने उनके बयानों की निंदा की है और उनसे पूरी तरह असहमति जताई है।
अब आगे क्या?
राज्य सरकार पर अब यह दबाव बनता जा रहा है कि RCA में चल रही इस खींचतान को शांत करने के लिए कोई ठोस निर्णय लिया जाए। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या एडहॉक कमेटी को भंग किया जाएगा या इसमें कोई फेरबदल होगा? क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें अब राज्य सरकार और BCCI की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।