Rajasthan News: सीकर में NSUI जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस नेताओं का धरना: डोटासरा बोले-सीएम को पूरे राजस्थान में काले झंडे दिखाएंगे`
राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट ने और तेज़ी पकड़ ली है। NSUI जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश नागा की गिरफ्तारी को लेकर पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई कांग्रेस नेताओं ने धरना प्रदर्शन किया।

डोटासरा नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और अन्य कांग्रेस नेताओं ने डीजीपी यूआर साहू से मुलाकात की और अपनी नाराज़गी जताई। हालांकि डीजीपी से आश्वासन मिलने के बावजूद कांग्रेस नेता संतुष्ट नहीं हुए और वे डीजीपी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान डोटासरा ने सीकर एसपी से फोन पर तीखी बातचीत की और ओमप्रकाश नागा के साथ हुए व्यवहार पर सवाल उठाया।
डोटासरा का एसपी को कड़ा संदेश
डोटासरा ने सीकर एसपी को फोन करके कहा, “ओमप्रकाश नागा के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है, जैसे वह हत्या या बलात्कार का आरोपी हो। काले झंडे दिखाने से क्या ग़लत हुआ?” उन्होंने आगे कहा, “अगर मुख्यमंत्री फिर से सीकर आएंगे, तो गोविंद सिंह डोटासरा, राजेंद्र पारीक, हाकम अली और हम सभी काले झंडे दिखाएंगे। आप हमारी गिरफ्तारी कर सकते हैं, लेकिन हम अपना विरोध जारी रखेंगे।”
डोटासरा ने एसपी से यह भी कहा, “आप सीएमओ से गाइड हो रहे हो, जो कह रहा है कि इनकी कुटाई करो। दो दिन तक इन्हें कोर्ट में पेश मत करो और इसके भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज करो। आप 200 पुलिसकर्मियों के साथ इसे तस्दीक कराने भेज रहे हो। आप अपनी नौकरी बचाने के लिए कानून की धज्जियां उड़ा रहे हो।
अशोक गहलोत ने किया कड़ी आलोचना
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस मामले पर X पर पोस्ट करते हुए राजस्थान पुलिस की आलोचना की। उन्होंने लिखा, “सीकर में मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने वाले ओमप्रकाश नागा की गिरफ्तारी और उनके साथ गंभीर अपराधियों जैसा व्यवहार लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। इसी तरह, बीकानेर में छह लोगों की मौत पर मुआवजे की मांग कर रहे पीसीसी सचिव रामनिवास कूकना के घर पुलिस ने छापा मारा और उनकी पारिवारिक डेयरी को सील कर दिया। यह सब भाजपा सरकार के दबाव में किया जा रहा है।
उन्होंने राजस्थान सरकार, गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक से अपील की कि इस अलोकतांत्रिक कार्रवाई को तुरंत रोका जाए। डोटासरा और अन्य नेताओं ने पीसीसी में इस पुलिस कार्रवाई के विरोध में एक प्रस्ताव पारित किया, ताकि पुलिस-प्रशासन को यह संदेश दिया जा सके।
काले झंडे दिखाने की घटना
यह विवाद 19 अप्रैल को उस समय उत्पन्न हुआ, जब ओमप्रकाश नागा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सीकर दौरे के दौरान उनके काफिले में घुसकर काले झंडे दिखाए थे। इसके बाद 23 अप्रैल को ओमप्रकाश नागा ने उद्योग नगर पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। कोर्ट से बाहर निकलते हुए नागा ने कहा, “भाजपा सरकार अंग्रेजों की तरह तानाशाही कर रही है।