The Governor Has Urged for Education in Tribal Areas: राज्यपाल ने जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा: स्वास्थ्य और पारंपरिक व्यवसायों के विकास पर दिया जोर
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए कार्य करें।

गुरुवार को राजभवन में आयोजित अनुसूचित क्षेत्रों में जनजाति कल्याण से जुड़ी योजनाओं और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में पारंपरिक पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, हस्तशिल्प और कारीगरी जैसे व्यवसायों की प्रभावी मार्केटिंग सुनिश्चित की जाए।
राज्यपाल ने सभी 9 जनजातीय जिलों के कलेक्टरों से आग्रह किया कि वे घुमंतू और भीख मांगने वाले समुदायों से संवाद स्थापित कर उनके बच्चों के लिए शिक्षा की ठोस व्यवस्था करें। उन्होंने आश्रम छात्रावासों में रिक्त पदों को शीघ्र भरने, निर्माण कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग तथा औचक निरीक्षण के जरिए समग्र विकास सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
राजसमंद जिले के हालिया दौरे का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने छात्रावास और विद्यालय के बीच दूरी की समस्या को देखते हुए बालिकाओं के लिए परिवहन सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। बैठक में बताया गया कि 23 मार्च से यह सुविधा शुरू कर दी गई है।
राज्यपाल ने वनाधिकार पट्टों के दावों के शत-प्रतिशत निस्तारण का भी निर्देश दिया। उन्होंने लंबित दावों पर त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए और कहा कि विभागीय बजट और व्यय का लेखा-जोखा कागजों तक सीमित न रहकर जमीनी स्तर पर आदिवासियों के जीवन में सुधार लाने वाला होना चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती की जाए, ताकि वे वहां की ज़मीनी ज़रूरतों को बेहतर समझते हुए प्रभावी कार्य कर सकें।
बैठक में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने भी अधिकारियों से छात्रावासों व निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए समयबद्ध पूर्णता और अधिकाधिक लोगों को योजनाओं का लाभ पहुंचाने का आह्वान किया।
राज्यपाल के सचिव डॉ. पृथ्वी ने बैठक में अनुसूचित क्षेत्र में संचालित योजनाओं की जानकारी दी। बैठक में जल संसाधन, वित्त, सामाजिक न्याय, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, कार्मिक, कृषि, स्कूल शिक्षा, कौशल और उद्यमिता विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, उदयपुर, सिरोही, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, पाली और सलूम्बर जिलों के कलेक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।