Greater Noida Non Veg Biryani Delivery Case Update: वेज बिरयानी के बदले नॉनवेज भेजा गया: महिला के आंसू देख पुलिस हरकत में आई, रेस्टोरेंट मालिक गिरफ्तार
नोएडा की रहने वाली एक महिला का वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। जिसमें वह रोते हुए कह रही थी कि उसने वेज बिरयानी ऑर्डर की थी।

लेकिन उसे नॉनवेज बिरयानी भेज दी गई। महिला के अनुसार वह शाकाहारी है और गलती से नॉनवेज खाने के बाद वह मानसिक रूप से बेहद परेशान हो गई। वीडियो के वायरल होते ही पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए रेस्टोरेंट के मालिक को गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना 4 अप्रैल की है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की रहने वाली छाया शर्मा ने सुबह करीब 3 बजे ऑनलाइन फूड डिलीवरी एप स्विगी के माध्यम से लखनवी कबाब पराठा नामक रेस्टोरेंट से वेज बिरयानी का ऑर्डर किया था। ऑर्डर मिलने के बाद जब महिला ने खाना शुरू किया। तो उसे अहसास हुआ कि वह नॉनवेज है। महिला ने तुरंत ऑर्डर की पैकेजिंग, रेस्टोरेंट का नाम और अपनी प्रतिक्रिया का वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा किया।
वीडियो में महिला रोते हुए कहती दिख रही है कि – “मैं प्योर वेजिटेरियन हूं। मैंने स्विगी से वेज बिरयानी ऑर्डर की थी, लेकिन मुझे नॉनवेज बिरयानी भेज दी गई। मुझे नहीं पता था, मैंने दो बाइट खा लिए। अब मुझे खुद से घृणा हो रही है।
पुलिस ने किया एक्शन
वीडियो वायरल होने के बाद नोएडा पुलिस ने तुरंत मामले में संज्ञान लिया। 7 अप्रैल को बिसरख थाना पुलिस ने रेस्टोरेंट के मालिक राहुल राजवंशी को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर आरोपी को हिरासत में लिया गया है और इस संबंध में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
किन धाराओं में हुआ केस?
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं के अनुसार आरोपी पर केस दर्ज किया है। IPC की धारा 269 और 270, जो अब BNS (Bharatiya Nyaya Sanhita) की धारा 271 और 272 के रूप में लागू है। उन पर इस्तेमाल की गई हैं। इन धाराओं के तहत यदि कोई व्यक्ति किसी ऐसे कृत्य को अंजाम देता है जिससे किसी की जान को खतरा हो या किसी बीमारी का प्रसार हो सकता है, तो उसे अधिकतम 6 महीने की सजा हो सकती है।
डिलीवरी एप पर भी उठे सवाल
महिला ने अपने वीडियो में यह भी बताया कि ऑर्डर स्विगी एप के माध्यम से किया गया था। इस वजह से सोशल मीडिया पर कई लोगों ने डिलीवरी ऐप की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। हालांकि, अब तक इस मामले में स्विगी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।