Rangotsav in Jaipur: श्रीनाथ मंदिर मुक्ताकाशी मंच पर गूंजे ब्रज के मधुर सुर: फूलों की बौछार संग श्याम रंग में डूबी फिजा
जयपुर ‘फिजा में घुलता श्याम रंग, फूलों की बौछार, ब्रज भाषा के मधुर गीत, राधा नाम की रसधार’, कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला पारीक कॉलेज स्थित श्रीनाथ मन्दिर मुक्ताकाशी मंच पर जहां कलावृंद द्वारा रंगोत्सव का भव्य आयोजन किया गया।

होली अवसर को ध्यान में रखते हुए कलावृन्द की ओर से रंगोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें मंगल वाद्य पखावज वादन श्री छवि जोशी, गायन प्रमोद पारीक, दीपतांशु पारीक, पूर्विता, आद्विक ने हवेली संगीत की प्रस्तुति दी।
इसके उपरांत मंच पर बृज के कलाकारों ने श्री कृष्ण और राधा रानी की मनमोहक छवि को मंच पर साकार किया। ‘गणपति आराधना, वृंदावन में श्री चरणन में, श्री कृष्ण की वंदना के साथ प्रस्तुति की शुरूआत हुई। इसके बाद कलाकारों ने किशोरी जी की वंदना कृष्ण पद पर मनमोहक गायन को बाल कलाकार पूर्विता व आद्विक की प्रस्तुति के साथ ब्रज यात्रा के सौंदर्य को साकार किया गया। समारोह में मौजूद दर्शकगण कृष्ण रंग में रंगे दिखायी दिए। इसी बीच ठाकुर बृजवासी और रमणिका बृजवासी के सामूहिक नृत्य प्रस्तुति ने सभी को रोमांचित कर दिया।
समारोह के दौरान ठाकुर बृजवासी और रमणिका बृजवासी के सामूहिक नृत्य ने सभी को रोमांचित कर दिया। ‘प्रीतम हमारो प्राण’ और ‘साँवरिया थारा घूँघर’ जैसे लोकप्रिय भजनों की सुमधुर प्रस्तुति ने पूरे वातावरण को भक्तिरस से भर दिया।
हवेली प्रांगण में श्रीकृष्ण की मनमोहक झांकी ने दर्शकों का मन मोह लिया। ‘बृज में रतन राधिका’ और ‘बरसाना होरी’ जैसे भजनों पर श्रद्धालु झूमने लगे। संगत कलाकारों में श्री ऋषि शर्मा (तबला), श्रीरामधन गौड़ (बांसुरी), श्री विष्णु दत्त और बबलू बृजवासी (झांझ-मंजीरा) ने अपनी दमदार संगत से प्रस्तुति को और जीवंत बना दिया।
रंगोत्सव में लगभग 300 श्रद्धालु उपस्थित रहे। जिन्होंने फूलों की होरी, रसिया गान और भक्ति संगीत का भरपूर आनंद लिया। ब्रज के कलाकारों ने अपने उल्लासपूर्ण प्रदर्शन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।