Parliament Budget 2025: 18वीं लोकसभा के बजट सत्र का पहला दिन: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद को संबोधित किया
नई दिल्ली 18वीं लोकसभा के बजट सत्र का आज पहला दिन है। जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा के जॉइंट सेशन को संबोधित किया। अपने अभिभाषण की शुरुआत उन्होंने कुंभ हादसे में हुए दुख पर शोक व्यक्त करते हुए की और कहा, “माननीय सदस्यों, इस वक्त महाकुंभ भी चल रहा है। वहां हुए हादसे पर दुख प्रकट करती हूं।

राष्ट्रपति मुर्मू ने केंद्र सरकार की योजनाओं की सराहना करते हुए कहा, “70+ बुजुर्गों को आयुष्मान योजना का फायदा मिला। छोटे कारोबारियों के लिए लोन लिमिट दोगुनी हुई। और 3 करोड़ नए घर बनाने का लक्ष्य जल्द पूरा होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार तीन गुना तेज गति से काम कर रही है और देश बड़े फैसलों और नीतियों को असाधारण गति से लागू होते देख रहा है। महिलाओं, किसानों और युवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “इस सत्र में कई ऐतिहासिक बिल पेश किए जाएंगे। हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन मिले, इस दिशा में इस सत्र में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। हम रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म करेंगे।
1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 18वीं लोकसभा और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करेंगी। यह उनके द्वारा पेश किया गया लगातार आठवां बजट होगा। बता दें कि 4 अप्रैल तक बजट सत्र चलेगा। आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के संसद की दोनों सदनों के संयुक्त संबोधन से होगी। उसके बाद सरकार की ओर से आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा।
कौन- कौन से विधेयक किए जा सकते हैं पेश?
बजट सत्र में आपदा प्रबंधन और तेल क्षेत्र (विनियमन और विकास) कानूनों में संशोधन संबंधी विधेयक पटल पर रखे जा सकते हैं। तटीय और व्यापारिक नौवहन से संबंधित विधेयक और ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आनंद का नाम बदलकर त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय करने और इसे ‘राष्ट्रीय महत्व का संस्थान’ घोषित करने संबंधी विधेयक भी पेश किए जा सकते हैं। इसके अलावा इस सत्र में विमानन क्षेत्र से संबंधित वित्तीय हितों की रक्षा करने और आव्रजन तथा विदेशियों के प्रवेश से संबंधित मौजूदा नियमों में बदलाव करने वाले विधेयक भी आने की उम्मीद है।