Prayagraj Maha Kumbh 2025 Stampede: महाकुंभ-संगम पर भगदड़, 35-40 लोगों की मौत, आंकड़ा बढ़ने की आशंका: मौनी अमावस्या पर होने वाला अमृत स्नान रद्द
प्रयागराज महाकुंभ में बड़ा हादसा हो गया। जब स्नान की ओर बढ़ रहे श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक अब तक 35-40 लोगों की मौत हो चुकी है। 70 से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वालों की संख्या भी बढ़ सकती है।

इस घटना के बाद सभी 13 अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी का कहना है कि संगम तट पर अधिक भीड़ के कारण यह फैसला लिया गया है। इस भयानक घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर घटना की जानकारी ली है। अब अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा?
अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया।
हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े इसलिए प्रयागराज शहर में भी श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए शहर की सीमा से सटे जिलों में प्रशासन को मुस्तैद कर दिया गया है।
आज मौनी अमावस्या है जिसके चलते महाकुंभ में अमृत स्नान होना था। लेकिन श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ के कारण यह हादसा हो गया, जिसके बाद सभी अखाड़ों ने तय किया है कि आज अमृत स्नान नहीं होगा। जूना अखाड़ा के महंत चेतन गिरी महाराज का कहना है कि हादसे के बाद से ही पुलिस प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुट गया है। पब्लिक की सुरक्षा को देखते हुए स्नान को टालने का निर्णय लिया गया है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।
बता दे की महाकुंभ में भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर इमरजेंसी बैठक बुलाई है। इसमें पुलिस और शासन के बड़े अफसर शामिल हैं। योगी प्रयागराज के साथ बनारस और अयोध्या में भी भीड़ नियंत्रित करने के लिए चर्चा कर रहे हैं।
भगदड़ की 2 प्रमुख वजहें
- अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इस कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। इससे बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देखकर भगदड़ की अफवाह फैल गई।
- संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे। ऐसे में जब भगदड़ मची तो लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए।
सीएम योगी बोले-अफवाह पर ध्यान न दें
सीएम योगी ने कहा- प्रयागराज में आज 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। कल लगभग 5.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ का स्नान किया था। श्रद्धालुओं के संगम नोज पर जाने से भारी दबाव बना हुआ है। रात 1-2 बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेड्स को फांदकर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं। श्रद्धालुओं को स्नान कराने के लिए प्रशासन तैयार है। पीएम मोदी 4 बार श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी ले चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी श्रद्धालुओं के बारे में लगातार जानकारी ले रहे हैं।
प्रयागराज में वर्तमान में हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन भीड़ का दबाव बहुत बना हुआ है। संतों के साथ भी मेरी बात हुई है। उन्होंने बड़ी विनम्रता से कहा है कि पहले श्रद्धालु स्नान करके निकल जाएंगे। उसके बाद ही हम लोग संगम स्नान के लिए जाएंगे। सभी अखाड़े इसके लिए सहमत हैं। लोगों से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। संयम से काम लें।
महाकुंभ में हुआ हादसा बेहद दुखद: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा- प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है। उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।
इतने बड़े आयोजन में छोटी-मोटी घटना हो जाती हैं- मंत्री संजय निषाद
प्रयागराज के 8 एंट्री पॉइंट, भारी भीड़ की वजह से सभी बंद
प्रयागराज में बुधवार को 9 करोड़ से ज्यादा लोग पहुंचे। इसके बाद भी लगातार लोगों के आने का सिलसिला जारी है। भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज में आने वाले 8 एंट्री पॉइंट को बंद कर दिया।
1. भदोही: वाराणसी बॉर्डर पर 20 किमी लंबा जाम
2. चित्रकूट बॉर्डर: 10 किमी लंबा जाम है।
3. कौशांबी बॉर्डर: सड़क से पार्किंग तक 50 हजार से ज्यादा वाहन रोके गए।
4. फतेहपुर-कानपुर बॉर्डर: यहां भी वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं।
5. प्रतापगढ़ बॉर्डर: 40 हजार वाहनों को रोका गया।
6. जौनपुर बॉर्डर: जौनपुर जिले के बदलापुर में पुलिस ने प्रयागराज जाने वाली सभी बसों को रोक दिया है।
7. मिजापुर बॉर्डर: यहां भी गाड़ियों की लंबी लाइन देखी गई।
8. रीवा बॉर्डर: 50 हजार वाहनों को रोका गया है।
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महाकुंभ भगदड़ की फोटो…………….
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