Rajasthan Ex MLA Baljeet Yadav ED Raid Update Today: पूर्व विधायक बलजीत यादव के ठिकानों पर ED की छापेमारी: सरकारी स्कूलों में घटिया क्रिकेट सामान आपूर्ति से 3.72 करोड़ का घोटाला
पूर्व विधायक बलजीत यादव के ठिकानों पर शुक्रवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। पूर्व विधायक यादव की फर्म पर सरकारी स्कूलों में घटिया सामान की आपूर्ति का आरोप है।

ईडी सूत्रों के मुताबिक यादव के जयपुर में 8 ठिकानों के साथ दौसा व अलवर स्थित एक-एक ठिकाने पर टीमें पहुंची हैं। रेड की कार्रवाई पीएमएलए कानून के तहत हो रही है। उन पर आरोप है कि सरकारी स्कूल के अंदर क्रिकेट सामान वितरित किया था। जिसमें 3.72 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ था। इस मामले में उन पर पहले एसीबी में केस दर्ज किया जा चुका है।
कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं बलजीत यादव
नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान बलजीत यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था लेकिन वे भाजपा के डॉ. जसवंत यादव के सामने चुनाव हार गए। चुनाव हारने के कुछ समय बाद बलजीत यादव कांग्रेस में शामिल हो गए। हालांकि बलजीत यादव वर्ष 2018 में भी कांग्रेस में शामिल हुए थे लेकिन पार्टी ने जब उन्हें टिकट नहीं दिया तो उन्होंने बहरोड से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। उस दौरान वे चुनाव जीत गए और उन्होंने तत्कालीन गहलोत सरकार को समर्थन दिया था।
क्या है PMLA एक्ट?
PMLA (Prevention of Money Laundering Act) देश में 2005 में लागू किया गया। मकसद मनी लॉन्ड्रिंग को रोकना और उससे जुटाई गई प्रॉपर्टी को जब्त करना है। PMLA के तहत दर्ज किए जाने वाले सभी अपराधों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) करता है। पीएमएलए के तहत, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को धन शोधन से जुड़े मामलों में कार्रवाई करने का अधिकार है। इस कानून के तहत ईडी के अधिकारी जांच-पड़ताल कर सकते हैं। पूछताछ कर सकते हैं। और जुर्माना लगा सकते हैं।