Jammu Kashmir Rajouri Mysterious Deaths: राजौरी जिले के बधाल गांव में रहस्यमयी बीमारी से 17 मौतें: गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के सुदूर बधाल गांव में एक रहस्यमयी बीमारी फैलने से हड़कंप मच गया है। इस बीमारी ने अब तक 17 लोगों की जान ले ली है। जो तीन अलग-अलग परिवारों से हैं।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने पूरे गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। ताकि बीमारी को फैलने से रोका जा सके। यहां रहस्यमयी बीमारी से 44 दिनों में 3 परिवारों के 17 लोगों की मौत के बाद बुधवार को यह फैसला लिया गया।
यहां अब भीड़ इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है। मंगलवार को एक और बुधवार को दो मरीज और सामने आए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंगलवार को 25 साल के युवक एजाज अहमद की तबीयत बिगड़ी थी। पहले उसे जीएमसी जम्मू लाया गया था। फिर पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया। गांव में हुई मौतों की वजह अभी सामने नहीं आई है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में इस गांव का दौरा किया है। जिससे प्रशासन इस संकट को लेकर सतर्क है। गांव को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNS) की धारा 163 के तहत कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इस धारा के तहत मजिस्ट्रेट को आपात स्थिति में आवश्यक आदेश जारी करने का अधिकार प्राप्त होता है।

इस संकटपूर्ण स्थिति में प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि बीमारी को नियंत्रित किया जा सके और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता पहुंचाई जाए। अधिकारियों पर यह जिम्मेदारी है कि वे यह सुनिश्चित करें कि कोई भी संक्रमित भोजन या पानी का उपयोग न करे और सभी लोग प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
जम्मू-कश्मीर में कौन सी रहस्यमयी बीमारी है?
जम्मू के राजौरी में हुईं इन मौतों का रहस्य अभी तक सुलझ नहीं पाया है। इस रहस्यमयी बीमारी की वजह से एक महीने के अंदर 17 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं। स्वास्थ्य विभाग की कई टीमें इस बीमारी का पता लगाने में लगी हुई हैं। इसका पता लगाने के लिए कई टेस्ट भी किए जा रहे हैं।
क्या होता है न्यूरोटॉक्सिन ?
न्यूरोटॉक्सिन एक केमिकल होता है। जो नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है। इतना ही नहीं नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है. नर्वस सिस्टम को शिथिल भी कर सकता है। यह प्राकृतिक या मानव निर्मित हो सकते हैं। जो खाना, दवाओं और पर्यावरण में पाए जा सकते हैं। ये किसी भी तरीके से इंसान के अंदर एंटर का सकता है।
गृह मंत्रालय ने जांच के लिए इंटर मिनिस्ट्रियल टीम बनाई
गृह मंत्री अमित शाह ने इन मौतों की जांच के लिए शनिवार को इंटर मिनिस्ट्रियल टीम बनाने का आदेश दिया था। यह हाई लेवल टीम रविवार को गांव पहुंची थी। टीम को गृह मंत्रालय ही लीड कर रहा है।
टीम में स्वास्थ्य, कृषि, रसायन और जल संसाधन मंत्रालय के एक्सपर्ट्स शामिल हैं। यह मौत की वजह की जांच के साथ ही आगे इस तरह की मौतें रोकने के लिए भी जरूरी कदम उठाएगी।
इससे पहले 15 जनवरी को रियासी जिले के सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) गौरव सिकरवार ने SIT गठित की थी। 11 मेंबरों की SIT की अध्यक्षता सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (ऑपरेशन) वजाहत हुसैन कर रहे हैं।