Assembly Speaker Vasudev Devnani Birthday: विधानसभा अध्यक्ष श्री देवनानी ने पुष्कर में संतों को भोजन कराया: भारतीय संस्कृति पर दिया वक्तव्य
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी के जन्मदिन पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की श्रंखला के तहत उन्होंने पुष्कर के रामस्नेही आश्रम में सन्तों को भोजन करवाकर उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने करीब 200 सन्तों को शॉल ओढ़ाकर उनका आशीर्वाद लिया।
विधानसभा अध्यक्ष श्री देवनानी पुष्कर पहुंचे। उन्होंने यहा रामस्नेही आश्रम में देश के विभिन्न स्थानों से आए करीब 200 संतो का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर श्री देवनानी ने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति में से एक है। भारत में सदैव से सनातन और संतों के समन्वय की परम्परा रही है। सनातन में संतों के आशीर्वाद का बहुत महत्व है। यह परम्परा हमें अपनी संस्कृति का निर्वहन करने की सीख देती है।
श्री देवनानी ने कहा कि युवाओ को अपनी संस्कृति की रीति-नीति के निर्वहन की सीख लेनी चाहिए। युवा पीढ़ी, भविष्य के भारत का नेतृत्व करेगी, वही हमारी ध्वज वाहक होगी। ऐसे में युवा पीढ़ी के कन्धों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। युवा पीढ़ी सनातन को समृद्ध करने और उसकी रक्षा करने का संकल्प ले। युवा ही है, जो देश को आगे बढ़ाएंगे और विश्व में भारत का परचम फहराएंगे।
उन्होंने कहा कि पुष्कर तीर्थराज के रूप में जाना जाता है। यहां पूरे भारत वर्ष से संतों का आना जाना रहता है। पुष्कर कई महान ऋषियों और तपस्वियों की तपस्या स्थली रही है। यहां संतों का सान्निध्य और उनका आशीर्वाद बड़े गौरव की बात है। यह हमारी प्राचीन संस्कृति की पूरे विश्व को एक अनोखी देन है कि हम त्याग, तपस्या और ज्ञान के स्वरूप सन्तों का आशीर्वाद और मार्गदर्शन प्राप्त करते है। यह परम्परा सदियों से चली आई है और सदैव बनी रहेगी। इस अवसर पर श्री सीताराम शर्मा, श्री गोविंद स्वरूप उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।