60th Session Of Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad Update: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 60वां प्रांत अधिवेशन: विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास पर जोर
भरतपुर, 30 दिसंबर भरतपुर विकास प्राधिकरण के ऑडिटोरियम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का 60वां प्रांत अधिवेशन आयोजित हुआ। उद्घाटन समारोह में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने विद्यार्थियों को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहते हुए बौद्धिक क्षमता और व्यवहारिक कौशल को विकसित करने पर बल दिया।

राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त करने के लिए अध्यापकों से सवाल पूछने में झिझक नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए। बल्कि यह व्यक्तित्व विकास और व्यवहारिक ज्ञान का आधार होनी चाहिए।
इतिहास और संस्कृति से प्रेरणा लेने का आह्वान
राज्यपाल ने भारतीय इतिहास और संस्कृति की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए महाराणा प्रताप की वीरता और गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों की बलिदान गाथा का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय जैसे प्राचीन शिक्षण संस्थानों की शिक्षण प्रणाली और ज्ञान भंडार आज भी प्रेरणादायक हैं।
भारतीय शिक्षा का गौरवशाली इतिहास
राज्यपाल ने भास्कराचार्य और भट्टाचार्य जैसे विद्वानों का उदाहरण देते हुए बताया कि भारत प्राचीन काल से ही विज्ञान और खगोलशास्त्र जैसे क्षेत्रों में अग्रणी रहा है। उन्होंने कहा कि बाहरी आक्रमणकारियों ने भारतीय संस्कृति और परंपराओं को नष्ट करने की कोशिश की, लेकिन ये आज भी जीवंत हैं।
महिलाओं की सफलता पर जोर
राज्यपाल ने कहा कि आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों से आगे बढ़कर अपना परचम लहरा रही हैं। उन्होंने इस प्रगति को भारतीय समाज के लिए गौरव का विषय बताया।
प्रांत अधिवेशन, विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरक मंच
कार्यक्रम की शुरुआत में देवदत्त जोशी ने प्रांत अधिवेशन की गतिविधियों और उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अधिवेशन ने विद्यार्थियों को शिक्षा, संस्कृति, और नेतृत्व के महत्व को समझने का अवसर प्रदान किया।