Farmers’ mega rally in Jalore: जालोर में जवाई बांध के पानी बंटवारे को लेकर किसानों का उग्र प्रदर्शन: विधायक के घर का घेराव
पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जवाई बांध ( Jawai Dam) के पानी के बंटवारे को लेकर जालोर में किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। मंगलवार आधी रात से ही किसान जुटना शुरू हो गए थे। और बुधवार सुबह बड़ी संख्या में किसान कलेक्ट्रेट के सामने धरना स्थल पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
कलेक्ट्रेट घेराव के दौरान पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया। जिससे कई बार दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति बनी। भारी पुलिस बल और बैरिकेडिंग के बावजूद किसानों का प्रदर्शन जारी रहा।
विधायक के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शनकारी किसान जालोर विधायक और विधानसभा के मुख्य सचेतक जागेश्वर गर्ग (Jageshwar Garg) के घर पहुंच गए। वहां नारेबाजी करते हुए उन्होंने विधायक के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। किसानों ने विधायक के घर के बाहर ट्रैक्टर लगाकर रास्ता बंद कर दिया।
हालांकि विधायक जागेश्वर गर्ग जयपुर में थे। लेकिन उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में किसानों ने प्रदर्शन जारी रखा। पुलिस ने समझाइश के बाद किसानों को वहां से हटाने का प्रयास किया। लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे।
व्यापारियों ने भी दिया समर्थन
किसानों के समर्थन में जालोर के व्यापारियों ने भी बाजार बंद कर दिया। इसके साथ ही बाड़मेर-जोधपुर नेशनल हाईवे-325 को भी किसानों ने जाम कर दिया। कई रोडवेज बसों और अन्य वाहनों को रोक दिया गया। जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया।
धरना प्रदर्शन का नौवां दिन
भारतीय किसान संघ (Indian Farmers Union) के नेतृत्व में यह धरना प्रदर्शन पिछले 9 दिनों से जारी है। किसान जवाई बांध के पानी में जालोर का एक-तिहाई हिस्सा तय करने और बीमा क्लेम समय पर दिलाने जैसी प्रमुख मांगों को लेकर महापड़ाव कर रहे हैं। बुधवार को 300 गांवों से हजारों किसान जालोर पहुंचे और प्रदर्शन में शामिल हुए।
सड़कों पर टायर जलाए, रास्ता जाम किया
सुबह 9 बजे किसानों ने हरिदेव जोशी और अस्पताल (Haridev Joshi and Hospital) चौराहे पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया। इसके बाद 11:30 बजे किसान बाड़मेर-जोधपुर हाईवे पर पहुंचे और वहां रास्ता जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने कई रोडवेज बसों और अन्य वाहनों को रोककर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई।
किसानों का कहना
किसानों का आरोप है कि 9 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन या सरकार का कोई प्रतिनिधि उनसे वार्ता करने नहीं आया। नाराज किसान बड़ी संख्या में ट्रैक्टर लेकर धरना स्थल पर पहुंच गए। उन्होंने धरना स्थल पर ही खाना बनाना शुरू कर दिया और साफ कर दिया कि जब तक उनकी मांगों पर सरकार से बातचीत नहीं होती। उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रशासन की स्थिति
धरने को शांत कराने के लिए एएसपी मोटाराम ( SP Motaram) डीएसपी गौतम जैन (DSP Gautam Jain) और जिले के कई थानाधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और उन्हें सड़क से ट्रैक्टर व अन्य वाहन हटाने की अपील की लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे। किसानों ने साफ कर दिया है कि यदि जल्द उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो आंदोलन और उग्र हो सकता है।