Diljit Dosanjh: दिलजीत दोसांझ की सरकार को चुनौती: कहा- देश में शराब बंद करो, जिंदगी में इसके गाने नहीं गाऊंगा
पॉपुलर पंजाबी सिंगर और अभिनेता दिलजीत दोसांझ अपने म्यूजिकल टूर “दिल-लुमिनाटी” के चलते चर्चा में हैं। इस टूर के दौरान दिलजीत ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया। जिसमें उन्होंने सरकार द्वारा लगाए गए कुछ प्रतिबंधों और शराब से संबंधित गानों पर अपनी राय रखी।
हाल ही में दिलजीत ने हैदराबाद में एक परफॉर्मेंस दी थी। लेकिन उससे पहले ही उन्हें तेलंगाना सरकार का एक नोटिस मिला था। इस नोटिस में कहा गया था कि वह अपने शो में शराब और नशे से संबंधित गानों का इस्तेमाल नहीं करें। इसके जवाब में दिलजीत ने मंच पर सरकार को चुनौती दी और कहा कि अगर हर राज्य में शराब पर प्रतिबंध लग जाता है। तो वह कभी भी शराब पर बने गाने नहीं गाएंगे।
दिलजीत ने इस मुद्दे पर और भी बातें कीं और गुजरात में शराब पर प्रतिबंध की तारीफ करते हुए। एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में दिलजीत मंच पर कहते हुए दिखाई दिए “आज मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है। और इससे बड़ी खुशखबरी ये है कि आज भी मैं शराब पर कोई गाना नहीं गाऊंगा। पूछिए क्यों ? क्योंकि गुजरात एक ड्राई स्टेट है।
बॉलीवुड पर निशाना
दिलजीत ने बॉलीवुड पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा “बॉलीवुड में हजारों गाने शराब पर बने हैं, लेकिन मेरी तरफ से सिर्फ 2-4 गाने हुए होंगे। मैं वो भी नहीं गाऊंगा। मेरे लिए यह बहुत आसान है। क्योंकि मैं खुद शराब नहीं पीता। लेकिन बॉलीवुड के कुछ अभिनेता शराब की एडवर्टाइजमेंट करते हैं।
सरकार को दिया ऑफर
दिलजीत ने सरकार को एक ऑफर भी दिया। उन्होंने कहा, “अगर आप मेरे शो के दौरान एक दिन के लिए शराब बैन कर देते हैं। तो मैं शराब पर बने गाने नहीं गाऊंगा। यह मेरे लिए कोई बड़ी बात नहीं है। मैं कोई नया कलाकार नहीं हूं कि मुझे यह कहना पड़े कि मैं गाना नहीं गा सकता। मैं गाना बदल दूंगा और लोग उतना ही मजा लेंगे।
इसके साथ ही दिलजीत ने कहा “अगर गुजरात में शराब बैन है। तो मैं सरकार का फैन हूं। मैं तो चाहता हूं कि अमृतसर में भी शराब बैन हो जाए। तब मैं शराब पर गाने बंद कर दूंगा। आप देश के सभी ठेके बंद कर दो मैं अपना वादा निभाऊंगा।
दिलजीत दोसांझ का यह बयान न केवल उनके व्यक्तिगत विचारों को दर्शाता है। बल्कि यह भी दिखाता है कि वह अपनी कला के जरिए समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए तैयार हैं। उनके इस दृष्टिकोण को कई लोग सराह रहे हैं। और यह साबित करता है कि वह अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए। अपने प्रशंसकों के बीच एक स्वस्थ संदेश फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।