Manipur Violence News Update: मणिपुर हिंसा-राज्य सरकार ने केंद्र से AFSPA हटाने को कहा: गृह मंत्री अमित शाह नागपुर की चार रैलियां रद्द: 10 विधायकों के घर पर हमले हुए
मणिपुर में हालात फिर से बिगड़ गए हैं। इसके मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने नागपुर में होने वाली अपनी चार रैलियां रद्द कर दी हैं। और दिल्ली लौट आए हैं जहां वे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बैठक करेंगे।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के प्रमुख अनीश दयाल को मणिपुर भेजा जा रहा है ताकि वह हालात का जायजा ले सकें। मणिपुर में एक महिला और दो बच्चों के शव मिलने के बाद हिंसक प्रदर्शन जारी हैं। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और 10 विधायकों के घरों पर हमले हो चुके हैं। हालात को देखते हुए पांच जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है और सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
इस बीच भाजपा के 19 विधायकों सहित कुछ मंत्रियों ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को हटाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को पत्र लिखा है। सूत्रों के अनुसार यदि अगले दो-तीन दिन में स्थिति और बिगड़ती हैं। तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है।
16 नवंबर को जिरिबाम में बराक नदी के किनारे एक महिला और दो बच्चों के शव मिले थे। जिनके बारे में आशंका जताई जा रही है कि इन्हें 11 नवंबर को कुकी उग्रवादियों ने अपहृत किया था। 11 नवंबर को सुरक्षाबलों ने 10 बंदूकधारी उग्रवादियों को मार गिराया था। जबकि कुकी-जो संगठन ने इन 10 व्यक्तियों को ‘विलेज गार्ड’ बताया था। 15 नवंबर की रात भी एक महिला और दो बच्चों के शव मिले थे।
भाजपा पर मणिपुर में नफरत और बांटने वाली राजनीति करने का आरोप लगाया गया है। 7 नवंबर से अब तक राज्य में 17 लोगों की जान जा चुकी है और कई जिलों में हिंसा भड़क रही है।
मणिपुर के हालात को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विपक्ष ने कड़ी आलोचना की है। भाजपा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर के मामले में विफल रहे हैं और अगर भविष्य में प्रधानमंत्री वहां जाते हैं। तो मणिपुर के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे क्योंकि उन्होंने राज्य को उनके हाल पर छोड़ दिया है।
विधायकों के घरों पर हमले:
- राजकुमार इमो सिंह (सागोलबंद विधानसभा)
- सपम कुंजकेश्वर (पटसोई विधानसभा)
- सपम निशीकांत (केशमथॉन्ग विधानसभा)
- थांगजम अरुणकुमार (वांगखेई विधानसभा)
- सागोलशेम केबी देवी (नाओरिया पखांगलाकपा विधानसभा)
- ख्वैरखपम रघुमनि सिंह (उरिपोक विधानसभा)
- एसी लोकन (वांगकोई विधानसभा)
- करम श्याम (लांगथाबल विधानसभा)
इनके अलावा राज्य कैबिनेट मंत्री सपम रंजन और थोंगम बिस्वजीत सिंह के घरों पर भी हमले हुए हैं।
क्या है AFSPA?
अफस्पा’ (AFSPA) एक ऐसा अधिनियम है, जो ‘अशांत क्षेत्रों’ को ‘शांत’ करने के तहत सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय सशस्त्र बलों को असीमित ताकत देता है। इसे जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार लागू कर सकती है। इसके तहत सुरक्षाबलों को अशांत क्षेत्र घोषित एरिया में यह अधिकार मिल जाता है कि वह कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ बिना किसी वारंट और रोक के एक्शन ले सकती है।