Air Pollution Update In Delhi: दिल्ली में हवा बनी जहर: दिल्ली में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंचा: क्या होता है PM, कैसे नापा जाता है ?
दिल्ली में प्रदूषण गुरुवार को बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। यहां 39 पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशंस में से 32 ने एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) को गंभीर बताया है। इस हवा में सांस लेना भी मुश्किल होता है। यहां सभी प्राइमरी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है।
बता दे की दिल्ली में गुरुवार को एयर क्वालिटी खतरनाक स्तर पर पहुंच गई। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, वसंत विहार इलाके में गुरुवार सुबह 11:55 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स 1,336 दर्ज किया गया। वहीं द्वारका-सेक्टर 8 में AQI 1,051 दर्ज किया गया। इसके अलावा पंजाबी बाग इलाके में 740 से लेकर 980 AQI तक रिकॉर्ड किया गया। इस बीच अमेरिकी साइंटिस्ट हीरेन जेठवा ने 14 नवंबर को दिल्ली की सैटेलाइट इमेज शेयर की हैं। हीरेन के मुताबिक दिल्ली में घना स्मॉग है। और AQI गंभीर कैटेगरी में है। कुछ अन्य शहरों की गर्मी दिल्ली पर असर डाल रही है। पंजाब के किसान खेतों में पराली जला रहे हैं। गाड़ियों से निकलने वाला धुआं भी AQI खराब कर रहा है।
एयर कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने NCR यानी हरियाणा उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आने वाली बसों के दिल्ली आने रोक लगा दी है। CNG और इलेक्ट्रिक व्हीकल के साथ BS-4 डीजल बसों को इससे छूट दी गई है।
इस बीच अमेरिकी साइंटिस्ट हीरेन जेठवा ने 14 नवंबर को दिल्ली की सैटेलाइट इमेज शेयर की हैं। इसमें दिल्ली में घना स्मॉग दिखाई दे रहा है। हीरेन अमेरिका की मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी में एरोसोल रिमोट सेंसिंग साइंटिस्ट हैं। हीरेन की फोटोज NASA ने भी शेयर की हैं।
क्या होता है PM, कैसे नापा जाता है ?
PM का अर्थ होता है पर्टिकुलेट मैटर। हवा में जो बेहद छोटे कण यानी पर्टिकुलेट मैटर की पहचान उनके आकार से होती है। 2.5 उसी पर्टिकुलेट मैटर का साइज है, जिसे माइक्रोन में मापा जाता है।
इसका मुख्य कारण धुआं है। जहां भी कुछ जलाया जा रहा है तो समझ लीजिए कि वहां से PM2.5 का प्रोडक्शन हो रहा है। इंसान के सिर के बाल की अगले सिरे की साइज 50 से 60 माइक्रोन के बीच होता है। ये उससे भी छोटे 2.5 के होते हैं। एयर क्वालिटी अच्छी है या नहीं ये मापने के लिए PM2.5 और PM10 का लेवल देखा जाता है। हवा में PM2.5 की संख्या 60 और PM10 की संख्या 100 से कम हैं। मतलब एयर क्वालिटी ठीक है। गैसोलीन, ऑयल, डीजल और लकड़ी जलाने से सबसे ज्यादा PM2.5 पैदा होते हैं।