Indian railway attack : आतंकवदियों के निशाने पर भारतीय ट्रेन ये हादसे या फिर आतंकी साजिस ? ,NAI कर रही जांच
भारतीय ट्रेन पर किये हादसे
प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस कानपुर के शिवराजपुर के पास पटरी पर रखे एक सिलेंडर से टकराई। सिलेंडर पटरियों से उछलकर झाड़ियों में जा गिरा। मामले की जानकारी मिलते ही एक फोरेंसिक टीम, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के साथ जांच के लिए पहुंची। हादसा कानपुर-कासगंज रेलवे ट्रैक पर हुआ था।
18 बार ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिश .…………….
जांच आगे बढ़ी तो राज्य की सभी बड़ी इन्वेस्टिगेशन एजेंसियां शामिल होती गई। अब NIA भी जांच कर रही है। किसी ट्रेन को टारगेट करने की ये पहली कोशिश नहीं थी। होम मिनिस्ट्री ने माना है कि 55 दिन में 18 बार ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिश हुई। इसके पीछे बड़ी साजिश है। केंद्र सरकार ने NIA को पिछले दो साल में हुईं ऐसी 24 से ज्यादा घटनाओं की फिर से जांच के आदेश दिए
जांच एजेंसियों को इसके पीछे इस्लामिक स्टेट के खुरासान मॉड्यूल और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का हाथ होने का शक है। पाकिस्तान में बैठे आतंकी फरहतुल्ला गौरी के वीडियो ने भी इसकी पुष्टि कर दी है, जिसमें वो भारत में ट्रेनों को टारगेट बनाने की बात कह रहा है।
1 सबसे पहले कानपुर से घटना आई सामने ….
देश में बढ़ता ट्रेन टेररिज्म, स्लीपर सेल को एक्टिव कर ट्रेनिंग दी जा रही
कानपुर-कासगंज रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर से टकराने के बाद कालिंदी एक्सप्रेस 20 मिनट तक रुकी रही। इसके बाद यहां से 17 किमी दूर बिल्हौर स्टेशन पर ट्रेन की फिर से जांच की गई। जांच टीम को मौके से एक पेट्रोल की बोतल, एक थैले में बारूद जैसा केमिकल और एक माचिस मिली।
इसके कुछ ही देर बाद बिल्हौर पुलिस स्टेशन में रेलवे के जेई रमेश चंद्रा ने पुलिस को तहरीर दी। इसमें घटना को बड़ी आतंकी साजिश बताया गया। अगले दिन कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने खुलासा किया कि सिलेंडर के सहारे ट्रेन को डिरेल करने और झोले से बरामद अमोनियम नाइट्रेट, पेट्रोल से उसे जलाने की कोशिश थी।
ये घटना 16 अगस्त को झांसी ट्रैक पर बेपटरी हुई साबरमती एक्सप्रेस और 24 अगस्त की रात फर्रुखाबाद में कासगंज-फर्रुखाबाद एक्सप्रेस के लकड़ी से टकराने के बाद हुई थी। इसलिए इसे साजिश के रूप में देखा ।
एक वीडियो जारी कर भारत में ट्रेनों को टारगेट करने की कोशिश
इन सबके बीच बेंगलुरु-रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट केस में NIA ने चार्जशीट दाखिल की। NIA को सबूत मिले कि इस धमाके का मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा आतंकी फरहतुल्ला गौरी है। फरहतुल्ला आतंकी संगठन ISISI के साथ और ISI के इशारे पर काम करता है। उसने 28 अगस्त को टेलीग्राम पर एक वीडियो जारी कर भारत में ट्रेनों को टारगेट करने के लिए कहा था।
वीडियो सामने आने के बाद NIA को फरहतुल्ला के खिलाफ कई सबूत मिले। वो दिल्ली, मुंबई, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार और कुछ दूसरे राज्यों के नौजवानों का ब्रेनवॉश कर रहा था। वो उनके जरिए आतंकी घटनाओं की साजिश रच रहा है। हाल के दिनों में हुए ट्रेन हादसे इसी कड़ी का हिस्सा हो सकती हैं।
NIA को शक है कि ये घटनाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। इनमें ट्रेनों की पटरियों पर पत्थर, सिलेंडर, बोल्डर या स्लैब रखकर उन्हें डिरेल करने की कोशिश हुई है।
सेंट्रल जांच एजेंसियों में मौजूद हमारे सोर्सेज ने बताया, ‘ये देश में बढ़ते ट्रेन टेररिज्म का नतीजा है। इसमें लोन वुल्फ अटैक के जरिए ट्रेनों को टारगेट करने की कोशिश की जा रही है।
जांच एजेंसियों को सबूत भी मिले हैं कि स्लीपर सेल को एक्टिव कर उन्हें ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है कि ट्रेनों को कैसे टारगेट करना है। इसमें कौन सा ऑब्जेक्ट ट्रैक पर रखना है और किससे धमाका करना है।
क्या क्या मिला रेलवे ट्रैक पर
• ओडिशा के भद्रक में मंजुरी रोड की रेलवे क्रॉसिंग पर एक लकड़ी का बड़ा टुकड़ा मिला।
• राजस्थान में गंगरार-सोनियाना स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर लोहे के दो प्लेट पिन और पत्थर रखे गए थे। तमिलनाडु के मदुरै में वांची मनियाची जंक्शन और तिरुनेलवेली जंक्शन के बीच वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंके गए, जिसमें 9 खिड़कियों के शीशे टूट गए थे
• पश्चिम बंगाल में दुबराजपुर-चिनियाल सेक्शन के पास रेलवे ट्रैक पर कब्जा और रेलवे ट्रैक तोड़ने की कोशिश की गई, केस में शेख लादेन नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया
• यूपी के लखनऊ डिवीजन के लालगोपालगंज स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक साइकिल और गैस सिलेंडर रखा मिला, केस में गुलजार नाम का आरोपी अरेस्ट किया गया
•लखनऊ डिवीजन के लालगोपालगंज
•स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर और साइकिल मिली, इस बार गुफरान नाम का आरोपी पकड़ा गया
• यूपी के कानपुर में गोविंदपुरी और भीमसेन के बीच साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे पटरी से उतर गए, मौके से एक पुरानी पटरी का टुकड़ा और लोहे का क्लैंप मिला
• मध्यप्रदेश के जबलपुर में गढ़ा के पास रेलवे लाइन पर कुछ लोहे की छड़ें पड़ी मिलीं, शुरुआती जांच में पता चला कि किसी ने रेलवे की छड़ें चुराकर ले जाने की कोशिश की थी
• यूपी के प्रयागराज के पास रेलवे ट्रैक पर बाइक का अलॉय व्हील रखा मिला, ट्रेन संख्या KN2733541 इससे टकराकर रुक गई, पास ही झाड़ियों में एक प्लास्टिक बैग मिला
• भदोहरा रेलवे स्टेशन के पास कॉन्स्टेबल प्रमोद कुमार और मोहम्मद जावेद की डेडबॉडी मिलीं, मर्डर का केस दर्ज किया गया, एजेंसियों ने इसे साजिश माना
• राजस्थान के अजमेर जिले में जवाई बांध और बिरोलिया के बीच रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखे मिले
• यूपी के फर्रुखाबाद जिले में कायमगंज-शमशाबाद के बीच रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रखा मिला
•राजस्थान के बारां में छबड़ा गुगोर और भुलोन के बीच रेलवे ट्रैक पर एक बाइक का स्क्रैप रखा मिला, जिससे मालगाड़ी टकरा गई
• तेलंगाना के रंगारेड्डी में लिंगमपल्ली और हफीजपेट स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर लोहे की रॉड मिली
• झारखंड के पलामू जिले के डाल्टनगंज और कजरी सेक्शन के बीच रेलवे ट्रैक से कुल 100 पेंड्रोल क्लिप चोरी कर ली गई
•ओडिशा के संबलपुर में बिलासपुर-सुरला रोड स्टेशन के बीच डाउन लाइन ट्रैक के पास रखा PAC स्लीपर ट्रैक से फिसल गया और ट्रेन के फुटबोर्ड से उलझ गया
आख़िरकार क्या बताया जांच अधिकारी ने………
IS-K मॉड्यूल का हाथ होने का शक सेंट्रल जांच एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इसके पीछे इस्लामिक स्टेट के खुरासान (IS-K) मॉड्यूल का हाथ होने का शक है। ये ISI के इशारे पर भारत में ट्रेनों को टारगेट कर रहा है। ये ईरान, मध्य एशिया, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में एक्टिव है। 2015 में बनाए गए IS-K का पहला चीफ तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान का पूर्व कमांडर हाफिज सईद खान था।
शुरू में इसमें हक्कानी नेटवर्क और इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान के मेंबर्स के साथ पाकिस्तानी आतंकी शामिल थे। इस मॉड्यूल का बेस पाकिस्तान-अफगान सीमा के अलावा उत्तर-पूर्वी ईरान, दक्षिणी तुर्कमेनिस्तान और उत्तरी अफगानिस्तान में मौजूद है।
पिछले कुछ सालों के दौरान यूपी में लखनऊ, कानपुर समेत कुछ शहरों और केरल से इस आतंकी संगठन से जुड़े संदिग्ध गिरफ्तार किए गए थे।