ईडी के दुरुपयोग के विरोध में कांग्रेस का जयपुर में शक्ति प्रदर्शन, भाजपा मुख्यालय घेराव
ईडी के कथित दुरुपयोग के विरोध में राजस्थान कांग्रेस ने जयपुर में भाजपा मुख्यालय का घेराव किया। प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च कर गिरफ्तारी दी और सोनिया गांधी व राहुल गांधी के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन किया।
ईडी के दुरुपयोग के विरोध में कांग्रेस का जयपुर में जोरदार प्रदर्शन
भाजपा मुख्यालय घेराव को लेकर पैदल मार्च
जयपुर :
भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की राजधानी जयपुर में भाजपा मुख्यालय का घेराव करने हेतु पैदल मार्च निकालकर जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी।
प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष श्री टीकाराम जूली, कांग्रेस विधायक, विधायक प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी के समर्थन में प्रदर्शन
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केन्द्र की भाजपा सरकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर विपक्ष के नेताओं को डराने-धमकाने का काम कर रही है। कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता विपक्ष श्री राहुल गांधी को राजनीतिक दुर्भावना और प्रतिशोध के आधार पर ईडी द्वारा लंबे समय तक पूछताछ के नाम पर परेशान किया गया।
डोटासरा का आरोप: लोकतंत्र की आवाज दबाने का प्रयास
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि जब से केन्द्र में मोदी सरकार बनी है, तब से संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग विपक्ष की आवाज दबाने के लिए किया जा रहा है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी की तथ्यहीन शिकायत के आधार पर ईडी ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें पूछताछ के नाम पर लंबे समय तक बेवजह परेशान किया।
नेशनल हेराल्ड प्रकरण पर कांग्रेस का पक्ष
डोटासरा ने कहा कि नेशनल हेराल्ड प्रकरण में माननीय न्यायालय द्वारा ईडी द्वारा प्रस्तुत आरोप पत्र पर प्रसंज्ञान लेना भी उचित नहीं समझा गया, जो इस बात का प्रमाण है कि यह पूरा मामला राजनीतिक विद्वेष पर आधारित था।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1937 में पं. जवाहरलाल नेहरू ने आज़ादी की लड़ाई के दौरान ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ देश की आवाज बुलंद करने के लिए नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की शुरुआत की थी। इसके संचालन के लिए एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) कंपनी की स्थापना 1937-38 में की गई थी।
एजेएल और यंग इंडियन लिमिटेड का विवरण
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि एजेएल एक नॉट-फॉर-प्रॉफिट कंपनी थी, जिससे किसी व्यक्ति को कोई लाभ या लाभांश नहीं मिल सकता था। यह कंपनी केवल जन-सरोकार के लिए चलाई जाती थी।
कालांतर में जब कंपनी के पास कर्मचारियों को वेतन और सेवानिवृत्ति राशि देने के लिए संसाधन नहीं बचे, तब कांग्रेस पार्टी ने ऐतिहासिक अखबार के प्रकाशन को जारी रखने के लिए 90 करोड़ रुपये की राशि उधार दी।
राजनीतिक दुर्भावना का आरोप
डोटासरा के अनुसार जब एजेएल यह राशि चुकाने में असमर्थ रही, तब यंग इंडियन लिमिटेड नामक नॉट-फॉर-प्रॉफिट कंपनी का गठन किया गया और ऋण की राशि को समायोजित करने के लिए शेयर यंग इंडियन लिमिटेड के नाम आवंटित किए गए।
उन्होंने कहा कि न तो यंग इंडियन लिमिटेड और न ही एजेएल से किसी व्यक्ति को कोई आर्थिक लाभ मिल सकता था और न ही एजेएल की कोई संपत्ति हस्तांतरित की जा सकती थी।
न्यायालय के फैसले का हवाला
डोटासरा ने कहा कि वास्तविकता में एजेएल के पास केवल लखनऊ में एक संपत्ति थी, जबकि अन्य स्थानों पर किराये की संपत्तियों का उपयोग किया जा रहा था। इसके बावजूद भाजपा सरकार ने राजनीतिक दुर्भावना से ईडी की कार्रवाई शुरू करवाई, जो न्यायालय में टिक नहीं सकी।
न्यायालय द्वारा आरोप पत्र पर प्रसंज्ञान लेने से इनकार किया जाना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि पूरी कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित थी।
संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ता श्री राहुल गांधी के नेतृत्व में बिना डरे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे जितना भी संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर ले, कांग्रेस देश की आज़ादी की तरह ही इस तानाशाही प्रवृत्ति के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी।
राज्यभर में जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं मीडिया चेयरपर्सन स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि ईडी के कथित दुरुपयोग के विरोध में राजस्थान के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने कहा कि यह विरोध-प्रदर्शन कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ एकजुटता और लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए किया गया है।
राजनीतिक संदेश
जयपुर में हुए इस प्रदर्शन ने स्पष्ट संकेत दिया है कि कांग्रेस पार्टी ईडी की कार्यवाही को राजनीतिक प्रतिशोध मानते हुए सड़कों पर उतरकर विरोध दर्ज कर रही है और आने वाले समय में भी इस मुद्दे पर संघर्ष जारी रहेगा।

