डबल इंजन नेतृत्व से पर्यटन में नई ऊँचाइयों पर राजस्थान, विकास विरासत और विज़न का संगम
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के नेतृत्व में राजस्थान पर्यटन राष्ट्रीय मानचित्र पर नई ऊँचाइयों पर पहुँचा है। रिकॉर्ड पर्यटक आगमन, जीडीपी में 12 प्रतिशत योगदान और तेज़ वृद्धि दर ने राजस्थान को भारत का उभरता ईयर-राउंड टूरिज्म स्टेट बना दिया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की सक्रिय कार्यशैली से राजस्थान राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर नई ऊँचाइयों पर
भारत के पर्यटन–आधारित आर्थिक विस्तार के दौर में राजस्थान अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक संपदाओं के दम पर तेज़ी से आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के नेतृत्व में सुशासन, सरल प्रक्रियाएँ और समयबद्ध क्रियान्वयन ने पर्यटन को राज्य की आर्थिक धुरी बना दिया है।
नतीजतन, राजस्थान आज घरेलू और विदेशी—दोनों पर्यटन श्रेणियों में देश के टॉप–5 राज्यों में मजबूती से स्थापित है और पर्यटन का योगदान राज्य की जीडीपी में लगभग 12 प्रतिशत तक पहुँच चुका है, जो राष्ट्रीय औसत से ढाई गुना अधिक है। वर्ष-2025 में माह अक्टूबर तक राज्य में 19.61 करोड़ घरेलू पर्यटक यात्राएं तथा 14.94 लाख विदेशी पर्यटक यात्राएं दर्ज की गईं। वर्ष 2024 की समान अवधि की तुलना में कुल पर्यटक यात्राओं में 9.60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
राजस्थान पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक दलीप सिंह राठौड़ के अनुसार, राजस्थान सदियों से विरासत, लोक–संस्कृति और प्राकृतिक वैभव की धरती रहा है, लेकिन पिछले एक वर्ष में पर्यटन क्षेत्र में आई तेज़ी ने इसे केवल पर्यटन मानचित्र पर ही नहीं, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था में एक निर्णायक शक्ति के रूप में स्थापित किया है। पारदर्शी प्रशासन, सरलीकृत नीतियों और विभागीय दक्षता से निवेश, हेरिटेज संरक्षण और आधुनिक सुविधाओं के विकास को नई गति मिली है।
रिकॉर्ड आँकड़ों ने मज़बूत की दावेदारी
वर्ष 2024 में राजस्थान ने पर्यटन के क्षेत्र में नए कीर्तिमान बनाए। राज्य में 23.01 करोड़ घरेलू पर्यटक यात्राएँ दर्ज की गईं, जबकि विदेशी पर्यटक आगमन 20.72 लाख रहा। राष्ट्रीय हिस्सेदारी के लिहाज़ से राजस्थान की भागीदारी घरेलू पर्यटन में 7.80 प्रतिशत और विदेशी पर्यटकों में 9.90 प्रतिशत तक पहुँच गई।
वृद्धि दर के मोर्चे पर भी राज्य राष्ट्रीय औसत से कहीं आगे रहा। वर्ष 2023 की तुलना में 2024 में भारत की घरेलू पर्यटक यात्राओं में 17.51 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि राजस्थान में यह बढ़ोतरी 28.50 प्रतिशत रही। विदेशी पर्यटक यात्राओं में जहाँ राष्ट्रीय वृद्धि 8.84 प्रतिशत रही, वहीं राजस्थान ने 21.92 प्रतिशत की छलांग लगाई। इसी रफ्तार ने राज्य को देश का उभरता हुआ ‘इयर–राउंड टूरिज्म स्टेट’ बना दिया है।
राष्ट्रीय परिदृश्य में राजस्थान की बढ़ती चमक
देश–भर में वर्ष 2024–25 के दौरान पर्यटन का कुल योगदान लगभग ₹14.8 लाख करोड़ रहा, जो भारत की जीडीपी का करीब 5 प्रतिशत है। इसके मुकाबले राजस्थान ने लगभग ₹1.57 लाख करोड़ के योगदान के साथ जीडीपी में 12 प्रतिशत हिस्सेदारी दर्ज कराई और राष्ट्रीय औसत से कहीं आगे निकल गया।
राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2024 में घरेलू पर्यटक यात्राएँ 29 करोड़ से अधिक और विदेशी पर्यटक आगमन 20 लाख से अधिक रहा। इस परिदृश्य में राजस्थान की मज़बूत मौजूदगी उसे उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के साथ घरेलू पर्यटन के टॉप–5 राज्यों में तथा महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और गुजरात के साथ विदेशी पर्यटक आगमन के टॉप–5 राज्यों में स्थापित करती है।
प्रवासी राजस्थानी बने ग्लोबल टूरिज्म एम्बेसडर
खाड़ी देशों, अफ्रीका, यूके, यूएसए, कनाडा, यूरोप और दक्षिण–पूर्व एशिया में बसे प्रवासी राजस्थानी आज राज्य के नैचुरल टूरिज्म एम्बेसडर बनकर उभरे हैं। विभाग के संयुक्त निदेशक दलीप सिंह राठौड़ के अनुसार, विदेशों से होने वाली यात्राओं में प्रवासी राजस्थानियों की अहम भूमिका है। ।
क्यों सबसे आकर्षक बन रहा है राजस्थान
संयुक्त निदेशक पर्यटन राठौड़ के अनुसार किले–महल, रेगिस्तान, वन्यजीव, आदिवासी संस्कृति, तीर्थ, झीलें और लग्ज़री हॉस्पिटैलिटी तक राजस्थान का विविध पर्यटन पोर्टफोलियो इसकी सबसे बड़ी ताकत है। इसके साथ ही जयपुर, उदयपुर, जोधपुर और जैसलमेर एयरपोर्ट का विस्तार, नई उड़ानें, उन्नत हाईवे और बेहतर सड़क कनेक्टिविटी ने राज्य को और सुलभ बनाया है। हेरिटेज होटल, लोक कलाएँ, हस्तशिल्प और मिनिएचर आर्ट की वैश्विक पहचान राजस्थान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग स्थान दिला रही है।
भविष्य की दिशा
राजनीतिक स्थिरता, सामाजिक सरोकार और स्पष्ट पर्यटन विज़न के साथ राजस्थान आज सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि भारत के पर्यटन भविष्य का मॉडल बनता जा रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की डबल इंजन लीडरशिप ने यह संदेश साफ कर दिया है कि विरासत, विकास और रोजगार तीनों एक साथ आगे बढ़ सकते हैं।


