मुरादाबाद में मानवता की मिसाल बने एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह
मुरादाबाद जिले में सोमवार का दिन पुलिस-पब्लिक रिलेशन के लिहाज से बेहद खास और प्रेरणादायक साबित हुआ। जिले के एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह अपने कार्यालय में नियमित जनसुनवाई कर रहे थे। जनसुनवाई के दौरान फरियादी अपनी-अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे हुए थे और एसपी ग्रामीण उन्हें गंभीरता से सुन रहे थे। इसी बीच एक बुजुर्ग महिला को व्हीलचेयर पर बैठा हुआ कार्यालय में लाया गया। जैसे ही एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह की नजर उस बुजुर्ग महिला पर पड़ी, उन्होंने ऐसा कदम उठाया जिसने वहां मौजूद हर व्यक्ति के दिल को छू लिया।
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एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह ने बिना एक पल की देरी किए अपनी कुर्सी छोड़ दी और स्वयं बुजुर्ग महिला के पास जाकर खड़े हो गए। उन्होंने न तो औपचारिकता निभाई और न ही पद की गरिमा का दिखावा किया, बल्कि पूरी संवेदनशीलता और सम्मान के साथ बुजुर्ग महिला से बातचीत शुरू की। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद लोग कुछ पल के लिए भावुक हो उठे। बुजुर्ग महिला भी इस मानवीय व्यवहार से अभिभूत हो गई और उनकी आंखों में आंसू छलक आए।
एसपी ग्रामीण ने बुजुर्ग महिला से शांत, सहज और सम्मानजनक तरीके से उनकी समस्या के बारे में पूछा। उन्होंने पूरी तसल्ली से महिला की बात सुनी और तुरंत संबंधित अधिकारियों को समस्या के शीघ्र और प्रभावी निस्तारण के निर्देश दिए। बातचीत के दौरान उनके चेहरे पर संवेदना, धैर्य और अपनापन साफ झलक रहा था। यह स्पष्ट था कि उनके लिए यह सिर्फ एक औपचारिक जनसुनवाई नहीं, बल्कि एक पीड़ित इंसान की तकलीफ को समझने का प्रयास था।
इस पूरे घटनाक्रम को देखकर एसपी कार्यालय में मौजूद अन्य फरियादियों और आम नागरिकों ने एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह की जमकर सराहना की। लोगों का कहना था कि आज के समय में, जब आम जनता अक्सर खुद को प्रशासन से दूर और असहाय महसूस करती है, ऐसे में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का इस तरह का व्यवहार भरोसे की नई उम्मीद जगाता है। उपस्थित लोगों ने माना कि अगर हर अधिकारी जनता के साथ इसी तरह सम्मान और संवेदनशीलता से पेश आए, तो पुलिस और जनता के बीच विश्वास की खाई काफी हद तक कम हो सकती है।

कई लोगों ने यह भी कहा कि एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह का यह कदम केवल एक व्यक्ति के प्रति सम्मान नहीं, बल्कि समाज के बुजुर्गों और कमजोर वर्गों के प्रति एक सकारात्मक संदेश है। यह दिखाता है कि वर्दी केवल शक्ति का प्रतीक नहीं होती, बल्कि सेवा, करुणा और जिम्मेदारी का भी प्रतीक होती है। ऐसे उदाहरण पुलिस विभाग की छवि को मानवीय और जन-हितैषी बनाते हैं।
फरियादियों का मानना था कि यही सही मायनों में “पुलिस पब्लिक रिलेशन” है, जहां डर की जगह भरोसा और दूरी की जगह संवाद होता है। एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह के इस व्यवहार ने यह साबित कर दिया कि कानून का पालन कराना और मानवीय मूल्यों को निभाना, दोनों एक साथ संभव हैं।

अंततः कहा जा सकता है कि एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह ने जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह केवल प्रशंसनीय ही नहीं, बल्कि प्रेरणादायक भी है। उनका यह मानवीय व्यवहार पुलिस और जनता के बीच विश्वास की एक नई परिभाषा गढ़ता है। ऐसे अधिकारी न सिर्फ अपने पद की गरिमा बढ़ाते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद भी जगाते हैं। मुरादाबाद की यह घटना यह याद दिलाती है कि संवेदनशीलता और सम्मान से किया गया एक छोटा-सा कदम भी बड़ी मिसाल बन सकता है।

