जयपुर स्थापना दिवस 2025: दोनों नगर निगम पहली बार एकसाथ मनाएंगे समारोह
जयपुर स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ
जयपुर : जयपुर लोकसभा सांसद मंजू शर्मा ने शनिवार को जयपुर ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर और हेरिटेज मेयर कुसुम यादव के साथ मिलकर मोतीडूंगरी गणेश जी की पूजा अर्चना की और उन्हें जयपुर स्थापना दिवस समारोह में भाग लेने का न्यौता दिया। यह आयोजन इस बार खास इसलिए है क्योंकि पांच साल बाद पहली बार दोनों नगर निगम — ग्रेटर और हेरिटेज — मिलकर एकसाथ इस समारोह का आयोजन कर रहे हैं।


मंजू शर्मा, सौम्या गुर्जर और कुसुम यादव ने मोतीडूंगरी गणेशजी को न्यौता देने के बाद गंगापोल दरवाजे पर गणेशजी की पूजा अर्चना की। इस दरवाजे के नीचे ही जयपुर की नींव रखी गई थी। इसके बाद सांसद और मेयर ने गोविंद देवजी मंदिर में जाकर दर्शन और कथक नृत्य के साथ समारोह की विधिवत शुरुआत की।
एक महीने तक चलने वाले जयपुर स्थापना दिवस कार्यक्रम की खास बातें
इस वर्ष जयपुर स्थापना दिवस समारोह लगभग एक महीने तक चलेगा। इस दौरान संस्कृति, परंपराएं, रीतिरिवाज, खेल और जयपुर के गौरवशाली इतिहास पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। समारोह का उद्देश्य स्थानीय संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देना है ताकि देश-विदेश से आए पर्यटक जयपुर की समृद्ध विरासत और सांस्कृतिक महत्ता से परिचित हो सकें।
समारोह में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, नृत्य, खेल प्रतियोगिताएं, शिल्प प्रदर्शन और लोक कला शामिल हैं। इससे न केवल नागरिकों में अपनी संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि युवा प्रतिभाओं को भी मंच मिलेगा।
सांसद मंजू शर्मा के साथ जयपुर स्थापना दिवस की विधिवत शुरुआत
दोनों निगम का एकसाथ आयोजन
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने जयपुर को दो नगर निगमों — हेरिटेज और ग्रेटर — में बाँट दिया था। तब से दोनों नगर निगम अपने-अपने समारोह आयोजित करते रहे। इस बार सांसद मंजू शर्मा की पहल पर दोनों नगर निगमों की मेयरों — सौम्या गुर्जर और कुसुम यादव — ने मिलकर समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया।
यह पहल दर्शाती है कि भाजपा सरकार ने शहर को फिर से एक साथ जोड़कर जयपुर की परंपरा और गौरव को सम्मान देने का काम किया। यह निर्णय शहरवासियों और पर्यटकों के लिए भी ऐतिहासिक महत्व रखता है।
भंवर लाल शर्मा ने शुरू किया था यह परंपरागत समारोह

जयपुर स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत सांसद मंजू शर्मा के पिता, पूर्व मंत्री और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भंवर लाल शर्मा ने की थी। उन्होंने शहर की संस्कृति, कला, खेल और वैभवशाली इतिहास को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम शुरू किया।
भंवर लाल शर्मा की पहल से यह कार्यक्रम न केवल राजस्थान बल्कि देश-विदेश में भी लोकप्रिय हुआ। समारोह के दौरान जनता और पर्यटक जयपुर की संस्कृति, लोक कला और ऐतिहासिक धरोहर का आनंद ले सकते हैं।
नेताओं के बयान
मंजू शर्मा, सांसद जयपुर: “इस बार दोनों नगर निगम मिलकर जयपुर स्थापना दिवस मनाएंगे। कांग्रेस सरकार ने जयपुर को दो भागों में बांट दिया था, लेकिन हमारी सरकार ने इसे फिर एक कर दिया। जयपुर एक रहेगा और एकसाथ यह समारोह मनाया जाएगा।”
कुसुम यादव, मेयर हेरिटेज नगर निगम: “कांग्रेस ने जयपुर के गौरवशाली इतिहास को बांटने का काम किया, जबकि भाजपा सरकार ने दोनों निगमों को एक करने का निर्णय लिया। सांसद मंजू शर्मा की पहल से अब दोनों नगर निगम मिलकर समारोह आयोजित कर रहे हैं। यह शहरवासियों के लिए ऐतिहासिक अवसर है।”
सौम्या गुर्जर, जयपुर ग्रेटर मेयर: “हम दोनों निगम मिलकर शहर की संस्कृति, परंपरा और विरासत को उजागर करेंगे। यह पहल जयपुर की एकता और सामूहिक उत्सव भावना का प्रतीक है।”
दोनों नगर निगम का समन्वय और जयपुर स्थापना दिवस का महत्व
समारोह के महत्व और लाभ
जयपुर स्थापना दिवस समारोह सांस्कृतिक जागरूकता, पर्यटन विकास और युवाओं के प्रतिभा मंच के रूप में भी कार्य करता है। यह आयोजन शहरवासियों, पर्यटकों और कलाकारों को जोड़ने का माध्यम बनता है।
इस बार समारोह के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रम परंपरागत नृत्य, संगीत, खेल, कला प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यशालाओं के माध्यम से जयपुर की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करेंगे। यह शहर की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का अवसर होगा।
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