Jaipur News : पर्यटन विभाग की ‘अनहद’ श्रृंखला में सितार वादन की प्रस्तुति देंगे उस्ताद शुजात हुसैन खां

राजस्थान पर्यटन विभाग की लोकप्रिय मासिक संगीत श्रृंखला ‘अनहद’ की दूसरी कड़ी में इस बार दुनिया के मशहूर सितार वादक उस्ताद शुजात हुसैन खां अपनी कला का जादू बिखेरने वाले हैं । यह विशेष कार्यक्रम 11 अक्टूबर, शनिवार को शाम 7 बजे राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में आयोजित किया जाएगा।
विरासत और नवाचार का अनूठा संगम – उस्ताद शुजात हुसैन खां इमदादखानी घराने के सातवीं पीढ़ी के प्रतिनिधि हैं और उन्हें गायकी अंग के सितार वादन में महारत हासिल है। उनकी विशेषता परंपरा और आधुनिकता के बीच सहज संतुलन बनाना है। वर्ष 2004 में उनके इंडो-फारसी ग़ज़ल एल्बम ‘द रेन’ को ग्रैमी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था।

मुफ्त संगीत का अहसास – पर्यटन आयुक्त श्रीमती रुकमणि रियाड़ ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य जयपुर में सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। “हम चाहते हैं कि संगीत प्रेमी बिना किसी आर्थिक बाधा के विश्वस्तरीय कलाकारों की कला का आनंद ले सकें,” उन्होंने कहा।
सहयोगी संगठनों का योगदान – यह कार्यक्रम पर्यटन विभाग के सहयोग से स्पिक मैके द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जबकि राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर वैन्यू सपोर्ट उपलब्ध करा रहा है। स्पिक मैके के प्रतिनिधि ने बताया कि यह श्रृंखला हर महीने के दूसरे शनिवार को जारी रहेगी।
संगतकार कलाकारों की टीम – उस्ताद शुजात खां के साथ इस कार्यक्रम में दो प्रतिभाशाली तबला वादक उस्ताद जुहेद अहमद खां और शरीफ मुस्तफा, तथा ढोलक वादक प्रतीक कुमार संगत करेंगे। यह टीम मिलकर शास्त्रीय संगीत का एक अविस्मरणीय संध्या प्रस्तुत करेगी।
कलाकार का सफरनामा – उस्ताद शुजात हुसैन खां ने सितार वादन की शिक्षा अपने पिता और गुरु उस्ताद विलायत खां से प्राप्त की। उन्होंने दुनिया के प्रतिष्ठित कॉन्सर्ट हॉल्स में अपनी कला का प्रदर्शन किया है, जिनमें न्यूयॉर्क का कार्नेगी हॉल और लंदन का रॉयल अल्बर्ट हॉल शामिल हैं।
श्रृंखला का उद्देश्य – ‘अनहद’ श्रृंखला का मुख्य उद्देश्य राजस्थान में सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देना और स्थानीय लोगों व पर्यटकों को उच्च स्तरीय कलात्मक प्रस्तुतियों से रूबरू कराना है। इससे न केवल कलाकारों को एक मंच मिल रहा है, बल्कि संगीत प्रेमियों को भी विश्व स्तरीय कला का आनंद लेने का अवसर मिल रहा है।
आगंतुकों के लिए जानकारी – कार्यक्रम में प्रवेश पूरी तरह से निःशुल्क है, हालांकि सीटों की सीमित संख्या को देखते हुए श्रोताओं को समय पर पहुंचने की सलाह दी जाती है। कार्यक्रम की अवधि लगभग दो घंटे निर्धारित की गई है।
भविष्य की योजनाएं – पर्यटन विभाग की योजना इस श्रृंखला के माध्यम से राज्य के विभिन्न हिस्सों में छुपी संगीत और कला की विरासत को सामने लाने की है। आगामी कार्यक्रमों में राजस्थान के लोक संगीत और अन्य शास्त्रीय विधाओं को प्रदर्शित किया जाएगा।
यह कार्यक्रम संगीत प्रेमियों के लिए एक दुर्लभ अवसर है, जहां वे उस्ताद शुजात हुसैन खां जैसे विश्वविख्यात कलाकार को निःशुल्क सुन सकेंगे। संगीत की यह अनूठी शाम जयपुर की सांस्कृतिक विरासत को और समृद्ध करेगी।

