Bihar Assembly Elections 2025: बिहार की महिलाओं को बड़ी सौगात: PM मोदी ने ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की शुरुआत
Bihar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को लॉन्च कर दिया है। 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 10000 रुपए भेजे गए हैं।

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार में वर्चुअल माध्यम से ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत प्रधानमंत्री ने राज्य की 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 10-10 हजार रुपये ट्रांसफर किए। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और स्वरोजगार के अवसर बढ़ाना है।
2020 के आंकड़ों के अनुसार, बिहार में महिला वोटरों की संख्या लगभग 3.39 करोड़ है। ऐसे में करीब 22 प्रतिशत महिला मतदाताओं को इस योजना का सीधा लाभ मिला है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने ‘जीविका दीदियों’ को संबोधित करते हुए कहा, “अगर देश ने जन-धन योजना के तहत 30 करोड़ से ज्यादा माताओं-बहनों के खाते न खुलवाए होते तो क्या आज इतने पैसे हम सीधे आपके खाते में भेज पाते? आज जो पैसे भेजे जा रहे हैं, वो पूरे आपके खाते में जमा होंगे। कोई एक पैसा नहीं मार सकता है। पहले योजना का पैसा आप तक पहुंचने से पहले लूट जाता था।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “एक भाई तब ही खुश होता है, जब उसकी बहन स्वस्थ हो, परिवार खुश हो। आज आपके दो भाई – नरेंद्र और नीतीश – मिलकर बहनों के लिए लगातार काम कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने बिहार की 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 10-10 हजार रुपये की राशि ट्रांसफर की। इस योजना के तहत कुल 7,500 करोड़ रुपये की राशि का वितरण किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पैसे सीधे लाभार्थियों के खातों में भेजे जा रहे हैं, जिससे भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं बची है। उन्होंने यह भी कहा कि जन-धन योजना ने इस प्रक्रिया को संभव बनाया है। अब यह राशि धीरे-धीरे लाभार्थी महिलाओं के खातों में पहुंच रही है।
क्या है ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’?
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत महिलाओं को अपनी पसंद के स्व-रोजगार उद्यम या आजीविका गतिविधियाँ शुरू करने के लिए प्रारंभिक पूंजी सहायता दी जाती है।
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प्रत्येक लाभार्थी को ₹10,000 की राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से प्रदान की जाती है।
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इसके अलावा, योजना के बाद के चरणों में ₹2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता मिलने की भी संभावना है।
इस योजना के माध्यम से बिहार सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम उठा रही है, जिससे न केवल आर्थिक स्वावलंबन बढ़ेगा, बल्कि राज्य की ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
क्या है मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का उद्देश्य?
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का मुख्य उद्देश्य बिहार के हर परिवार की कम से कम एक महिला को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत महिलाओं को अपनी पसंद के रोजगार या आजीविका गतिविधियाँ शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी।
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योजना के पहले चरण में प्रत्येक लाभार्थी महिला को ₹10,000 का प्रारंभिक अनुदान दिया जाएगा।
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इसके बाद के चरणों में ₹2 लाख तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता मिलने की संभावना है।
यह योजना सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। इसके अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups) से जुड़े सामुदायिक संसाधन व्यक्ति (Community Resource Persons) महिलाओं को न केवल प्रशिक्षण देंगे, बल्कि उन्हें उनके व्यवसाय को सफल बनाने में मार्गदर्शन भी प्रदान करेंगे।
महिलाओं की उपज और उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण हाट-बाजारों का विकास भी इस योजना का अहम हिस्सा है। इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए जिला, प्रखंड, क्लस्टर और गांव स्तर पर विस्तृत जागरूकता और पंजीकरण कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें एक करोड़ से अधिक महिलाओं ने भाग लिया।
बिहार में महिला सशक्तिकरण की नई शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना को बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल बताया। उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं को आर्थिक मजबूती ही नहीं देगी, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाएगी।
प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर यह सुनिश्चित कर रही हैं कि योजना का लाभ सीधे जरूरतमंद महिलाओं तक पहुंचे, बिना किसी बिचौलिये के।
बिहार सरकार ने भी योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए व्यापक तैयारियाँ की हैं। इस योजना के साथ ही बिहार में एक नई आर्थिक क्रांति की शुरुआत मानी जा रही है, जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

