Rajasthan News: महारानी फार्म पुलिया फिर से चालू: 9 महीने बाद शुरू हुआ ट्रैफिक, 5 लाख लोगों को मिलेगा सीधा फायदा
करीब 9 महीने तक बंद रहने के बाद महारानी फार्म पुलिया को सोमवार को आमजन के लिए खोल दिया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार शाम इस हाईलेवल ब्रिज का लोकार्पण किया।

पुलिया के शुरू होने से अब मानसरोवर, पत्रकार कॉलोनी, मुहाना मंडी, सुमेर नगर और स्कैन मंदिर के आसपास रहने वाले लगभग 5 लाख लोगों को राहत मिलेगी। साथ ही, रोजाना यहां से गुजरने वाले करीब 80 हजार वाहनों की आवाजाही भी अब आसान हो जाएगी।
अब नहीं लगाना पड़ेगा 5 किमी का चक्कर
पुलिया चालू होने से मानसरोवर की ओर जाने वाले लोगों को अब 5 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पहले पुलिया की ऊंचाई कम होने की वजह से बारिश के दिनों में जलभराव हो जाता था और ट्रैफिक बाधित हो जाता था। अब इसे हाईलेवल ब्रिज के रूप में विकसित किया गया है, जिससे बारिश के मौसम में भी यातायात सुचारु रहेगा।
गोपालपुरा बाइपास पर भी राहत
इस पुलिया के खुलने से गोपालपुरा बाइपास पर सुबह-शाम लगने वाले ट्रैफिक जाम से भी काफी हद तक राहत मिलने की उम्मीद है। बीटू बाइपास पर ट्रैफिक का लोड भी अब कम हो जाएगा।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद शुरू हुआ काम
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने करीब एक साल पहले जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) को पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद डीपीआर तैयार कर जनवरी में काम शुरू किया गया। योजना के अनुसार यह कार्य 6 महीने में पूरा होना था, लेकिन बीच में कुछ कारणों से काम रुका रहा और अंततः यह 9 महीने में पूरा हो सका।
210 मीटर लंबी रपट, 6 करोड़ की लागत
पुलिया निर्माण के दौरान रपट (कनेक्टिंग रोड) की चौड़ाई 17 मीटर से बढ़ाकर 20 मीटर की गई। बहते पानी से बचाव के लिए 4×4 मीटर के बॉक्स कल्वर्ट लगाए गए, जिससे रपट की ऊंचाई अब 4.5 मीटर तक हो गई है। पुलिया की कुल लंबाई 210 मीटर है और इसके निर्माण पर लगभग 6 करोड़ रुपये की लागत आई है।
लोकार्पण समारोह में कई जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, नगर निगम ग्रेटर के उपमहापौर पुनीत कर्नावट, अन्य जनप्रतिनिधि और जेडीए अधिकारी भी उपस्थित रहे।

