Monsoon Update: मानसून ने ली सुस्ती, अगले कुछ दिन बढ़ेगी गर्मी: 17 सितंबर के बाद फिर बरसेगा मेघराजा
मानसून विदाई से पहले राजस्थान में एक बार फिर बदलेगा मौसम। मौसम विभाग के नए Prediction के अनुसार राजस्थान में दक्षिण-पूर्वी व पूर्वी भागों में 17 सितंबर से पुनः बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।

जयपुर। राजस्थान में इस साल मानसून ने समय से पहले दस्तक देकर जमकर बारिश की, लेकिन अब यह सुस्त पड़ता नजर आ रहा है। राज्य में 8 सितंबर के बाद से बारिश की गतिविधियां लगभग थम गई हैं और मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 4 से 5 दिनों तक बारिश के आसार बेहद कम हैं। इसका सीधा असर तापमान पर देखने को मिल रहा है, जहां पारा एक से दो डिग्री तक चढ़ गया है। प्रदेश के कई हिस्सों में दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रिकॉर्ड किया गया है, जिससे दोबारा गर्मी का अहसास होने लगा है।
17 सितंबर के बाद फिर सक्रिय होगा मानसून
मौसम विभाग, जयपुर केन्द्र के निदेशक आरएस शर्मा के अनुसार, इस समय पश्चिमी हवाएं सक्रिय हैं, जिससे गर्मी में इज़ाफ़ा हुआ है। यह स्थिति 17 सितंबर तक बनी रह सकती है। इसके बाद बंगाल की खाड़ी में नया मानसूनी सिस्टम सक्रिय होगा, जिससे खासतौर पर पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में बारिश का एक और दौर शुरू हो सकता है।
अब तक सामान्य से अधिक वर्षा, आंकड़ा 66% ऊपर
इस साल मानसून ने जून में निर्धारित समय से एक सप्ताह पहले ही प्रदेश में दस्तक दी थी। इसके बाद लगातार अच्छी बारिश देखने को मिली। 12 सितंबर तक औसतन 402.37 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन इस साल अब तक 669.10 मिमी बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है, जो कि औसत से 66.29% अधिक है।
पिछले वर्ष इसी अवधि तक 651.65 मिमी बारिश हुई थी, जबकि पूरे मानसून सीजन की औसत बारिश का आंकड़ा 424.71 मिमी माना जाता है। राज्य के 40 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि केवल एक जिले में बारिश सामान्य रही है। इससे साफ है कि अब तक मानसून का प्रदर्शन प्रदेश में बेहतर रहा है।
आगे क्या उम्मीद करें?
राजस्थान में मानसून की सुस्ती के चलते राज्यभर में अगले कुछ दिन गर्मी और उमस का दौर जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 13 से 17 सितंबर के बीच बारिश की गतिविधियां बेहद कम रहेंगी और तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि देखी जा रही है।
17 सितंबर के बाद बंगाल की खाड़ी में नया मानसूनी सिस्टम बनने की संभावना जताई गई है। इस सिस्टम के सक्रिय होने के बाद राज्य के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू हो सकता है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार मानसून की वापसी से पहले एक और सक्रियता देखने को मिल सकती है।
इन जिलों में रहेगी ज्यादा सक्रियता
इस मानसूनी सिस्टम का सबसे अधिक असर कोटा, उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़ और बारां जैसे दक्षिण-पूर्वी जिलों में रहने की संभावना है। इन इलाकों में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है, जिससे स्थानीय किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों को राहत मिलने की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने किसानों और आम नागरिकों से अपील की है कि वे अगले कुछ दिनों तक मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपने दैनिक कार्यों और कृषि गतिविधियों की योजना बनाएं। साथ ही, आगामी बारिश के मद्देनज़र उचित तैयारी करने की सलाह भी दी गई है।

