Kota News: कोटा दशहरा मेले में 215 फीट ऊंचा और 12 टन वजनी रावण का पुतला: पहली बार रिमोट से होगा दहन
राजस्थान के कोटा शहर के दशहरा मेले में इस बार 215 फीट ऊंचा और 12 टन वजनी रावण का पुतला लगेगा. पहली बार रिमोट से पुतलों को दहन किया जाएगा। राजस्थान के कोटा शहर का दशहरा मेला देश दुनिया में अपनी ख्याति रखता है और इस बार यहां बन रहा रावण का पुतला कीर्तिमान स्थापित करेगा

राजस्थान के कोटा शहर का दशहरा मेला देश दुनिया में अपनी ख्याति रखता है और इस बार यहां बन रहा रावण का पुतला कीर्तिमान स्थापित करेगा। क्योंकि इस बार रावण के पुतले की हाइट 215 फीट है। रावण परिवार के पुतले बनाने का काम तेजी से चल रहा है। 2 अक्टूबर को दशहरा मेला रावण दहन के साथ शुरू होगा। रावण का पुतले का वजन 12 टन होगा। भारी-भरकम रावण को दहन स्थल पर खड़ा करने में केवल 3 घंटे का वक्त लगेगा।
कोटा में पहली बार रिमोट से रावण दहन होगा। हरियाणा के अंबाला के तेजेंद्र चौहान पिछले 4 महीने से रावण के कुनबे को तैयार करने में जुटे हैं।
तेजेंद्र चौहान ने बताया कि रावण का कद 215 फीट है और पुतले का कुल वजन 12 हजार किलो है। इसमें 9500 किलो लोहा लगाया गया है। रावण का धड़ लोहे के स्ट्रक्चर पर बनाया गया है। रावण का सिर 25 फीट का है, जबकि बाकी 9 सिर 3 x 6 फीट के हैं। रावण के चेहरे का वजन 300 किलो है और यह फाइबर का बना है।
पहले 8 से 10 फीट लंबी मूंछें बाहर की तरफ जाती थीं, लेकिन इस बार ये घनी, लंबी और ऊपर की तरफ मुड़ी हैं। रावण का मुकुट 60 फीट ऊंचा होगा, जिसे 4 स्टेप में बनाया गया है। इसमें मल्टीकलर एलईडी लाइट्स लगाई जा रही हैं। तलवार 50 फीट की और जूतियां 40 फीट की हैं।
मुकुट में मल्टी कलर एलईडी लाइट्स लगाई जा रही है। इस बार रावण का पुतला मूवमेंट नहीं करेगा। जैसे पहले तलवार घूमना, आंख चलाता था. इस बार रावण का पुतला विजयश्री रंगमंच की बजाय किशोरपुरा थाने के सामने होगा और मुंह कोटा थर्मल पावर प्लांट की तरफ रहेगा। इसको बनाने के लिए 25 कारीगर काम कर रहे है। रावण का चेहरा बनाने में 1 महीने का टाइम लगा. 2 महीने पार्ट्स तैयार करने में लगे। 2 ट्रक से कोटा लाए, असेंबल किए, तीनों के चेहरे फाइबर ग्लास से बना है। इन पर रेजन केमिकल की कोटिंग की गई है।

