Rajasthan Politics: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर जताई राय: कांग्रेस पर कड़ी टिप्पणी
जयपुर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ अभियान के तहत आयोजित छात्रसंघ प्रतिनिधि सम्मेलन के बाद प्रेस वार्ता में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस अभियान के पक्ष में जोरदार तर्क प्रस्तुत किए और साथ ही कांग्रेस पार्टी व उसके नेताओं की नीतियों और बयानों पर कड़ी आलोचना की।

राठौड़ ने कहा कि देश में एक ही बार चुनाव होना चाहिए ताकि सभी राजनीतिक दल 4.5 वर्षों तक बिना किसी बाधा के विकास कार्यों में जुट सकें। उन्होंने बताया, “एक राष्ट्र, एक चुनाव से धन और श्रम की बचत होगी और विकास के लिए सभी को पर्याप्त समय मिलेगा। चुनावों के दौरान लागू आचार संहिता के कारण विकास कार्यों में रुकावटें आती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रस्ताव को युवा सम्मेलन में रखा गया और व्यापक समर्थन भी मिला। उनका कहना था कि यह केवल भाजपा का एजेंडा नहीं, बल्कि राष्ट्र के विकास के लिए एक जागरूकता अभियान है, जिसमें सभी को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राठौड़ ने कहा, “कांग्रेस नेताओं को अपनी गिरेबां में झांकना चाहिए। गहलोत सरकार के दौरान पेपर लीक की घटनाएं हुईं, लेकिन भजनलाल शर्मा की सरकार बनने के बाद से ऐसी कोई घटना नहीं हुई। हमारी सरकार ने 2021 में हुई एसआई भर्ती प्रक्रिया की जांच की और दोषियों को गिरफ्तार किया।” उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा की बयानबाजी पर भी कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि डोटासरा के पास न तो कोई विकल्प है और न ही उन्हें ऐसे बयान देने चाहिए क्योंकि उनके कार्यकाल में हुए अपराध सीधे तौर पर उनके जिम्मे भी आते हैं।
राठौड़ ने कांग्रेस के नेताओं की भाषा शैली की भी निंदा की। उन्होंने राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरनेम को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का उल्लेख करते हुए कहा कि राहुल गांधी को इसके लिए माफी भी मांगनी पड़ी थी। उन्होंने कहा, “अब फिर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी की माता के लिए अभद्र शब्दों का प्रयोग किया है, जो राजनीति की सबसे बड़ी गिरावट है। किसी भी देशभक्त के लिए यह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीति में मर्यादा बनाए रखना आवश्यक है और शब्दों का चयन सम्मानजनक होना चाहिए।
राठौड़ ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ी है, ऐसे घटिया बयान न केवल उनकी छवि को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि देश की साख को भी कमजोर करते हैं। हम इन बयानों की कड़ी निंदा करते हैं और देश में इसके प्रति गहरा आक्रोश है। ऐसे नेताओं को कोई सम्मान नहीं देगा।”

