Haryana Teacher Manisha Murder Case: भिवानी में आठ दिन बाद हुआ मनीषा का अंतिम संस्कार, सैकड़ों ने दी श्रद्धांजलि
भिवानी की मनीषा की मौत की जांच अब सीबीआई को सौंपी जाएगी। मनीषा के शव का दिल्ली एम्स में तीसरी बार पोस्टमार्टम हुआ जिसके बाद शव परिजनों को सौंपा गया। इसके बाद अस्पताल से सीधा मनीषा का शव अंतिम संस्कार के लिए सीधा शमशान घाट पहुंचा जिसके बाद छोटे भाई ने शव को मुखाग्नि दी।

ढाणी लक्ष्मण निवासी प्ले स्कूल की शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में हरियाणा सरकार ने जांच सीबीआई को सौंपने का निर्णय ले लिया है। वहीं, बीते बुधवार को मनीषा के शव का तीसरी बार दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) में पोस्टमार्टम हुआ। इसके उपरांत पार्थिव देह को साढ़े पांच बजे स्वजन के हवाले कर दिया गया। शव को दिल्ली से वापस लाकर सुरक्षा व्यवस्था के तौर पर भिवानी के सरकारी अस्पताल में रखा गया है। जिसके बाद आज सुबह मनीषा का शव अस्पताल से सीधा शमशान घाट पहुंचा। मनीषा को छोटे भाई ने मुखाग्नी दी। इस बीच सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे।
हरियाणा के भिवानी में प्ले स्कूल टीचर मनीषा की संदिग्ध मौत के मामले में परिजनों द्वारा रखी गई दोनों मुख्य मांगें सरकार ने मान लीं। इसके बाद बुधवार शाम करीब 6 बजे परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हुआ।
मनीषा के परिवार ने सरकार के सामने दो मांगें रखी थीं — पहली, मामले की CBI जांच कराई जाए और दूसरी, मनीषा का पोस्टमॉर्टम दिल्ली AIIMS में हो। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की कि जांच CBI को सौंपी जा रही है और परिजनों को पूरी तरह न्याय दिलाया जाएगा।
सरकार ने बुधवार दोपहर तक दूसरी मांग भी मान ली और मनीषा के शव को दिल्ली एम्स भेज दिया गया, जहां पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी की गई। इस दौरान पुलिस की टीम ने परिवार को एस्कॉर्ट कर दिल्ली तक पहुंचाया।
इसके बाद मनीषा के दादा रामकिशन ने धरने पर बैठे ग्रामीणों से कहा— “हमारी दोनों मांगें पूरी हो चुकी हैं, अब हम बेटी का अंतिम संस्कार करना चाहते हैं।” इसके बाद ग्रामीणों ने भी धरना समाप्त कर दिया।
क्या था मामला
भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण की 18 वर्षीय मनीषा पड़ोस के गांव सिंघानी के निजी प्ले स्कूल में शिक्षिका थी। 11 अगस्त को वह स्कूल गई लेकिन वापस नहीं लौटी। 13 अगस्त को खेतों में उसका शव मिला। परिवार-ग्रामीणों ने दुष्कर्म व हत्या के आरोप लगाए। प्रदेश सरकार ने दिल्ली एम्स से पहले दो बार भिवानी व रोहतक पीजीआइ में पोस्टमार्टम कराया। दोनों रिपोर्ट में मौत जहर से होने व दुष्कर्म न होने की पुष्टि हुई। घटना के विरोध में पूरे प्रदेश में कई जगह प्रदर्शन हो रहे थे।

